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Monthly Archives: January 2017

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माउंट आबू : आज भारत अपना 68वाँ गणतंत्र दिवस मना रहा है। यह उत्सव राजधानी दिल्ली समेत पूरे देश में हर्षोल्लास और देशभक्ति की भावना के साथ मनाया जा रहा है। 26 जनवरी 1950 भारतीय इतिहास में इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि भारत का संविधान, इसी दिन अस्तित्व मे आया था और भारत पूर्ण गणतंत्र देश बना। देश को गौरवशाली देश बनाने में जिन देशभक्तों ने अपना बलिदान दिया उन्हें 26 जनवरी दिन याद किया जाता और उन्हें श्रद्धाजंलि दी जाती है।shantivan4

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ब्रह्माकुमरिज के मुख्यालय शांतिवन में मनाया गया 68वाँ गणतंत्र दिवस
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 26 जनवरी को तिरंगा फहराकर गणतंत्र दिवस पूरे सम्मान के साथ ब्रह्माकुमरिज के मुख्यालय शांतिवन में मनाया गया। संस्थान के संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी बीके रतनमोहिनी दादी, राजयोगिनी बीके ईशू दादी, महासचिव राजयोगी बीके निर्वेर, राजयोगिनी बीके मुन्नी दीदी, राजयोगी बीके भूपाल भाई समेत वरिष्ठ पदाधिकारियों ने तिरंगे को सलामी कर ध्वजारोहण किया तथा स्वतंत्रता का सच्चा अर्थ सभी को बताया । इस अवसर पर देश के कई हिस्सों के बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

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‘Joining Hands, Linking Minds’ – A Vision for an Accident Free World!

A Human Chain for Road Safety Awareness was organized by Brahma Kumaris and Transport & Travel Wing (RERF) on Sunday 22nd January 2017. The campaign witnessed a partaking of more than 5000 participants including students from 30 schools, 21 colleges, members of approximately 20 NGOs, fire brigadiers and several members of the Brahma Kumaris organization, representing common masses. The event was inaugurated by well-known celebrities and TV artists – Anas Rashid, Ali Khan, Arun Kadam, Nikhil Rane (World famous Whistler), Abhijeet Rane (Social Worker), Ramchandra Dhavale (ACP).

BK Sis. Divya Prabha, Vice Chairperson of the Transport And Travel Wing (RERF) highlighted the importance of a deep connection between our Mental state with Road Accidents and how spirituality plays a key role in our psychological and intellectual well being.

The inaugural event was held at Prabhu Upvan, Borivali East; where the dignitaries were warmly welcomed. The program was also graced by Principals & Teachers of various schools and colleges and several other guests. The inaugural function was commenced with a candle lighting ceremony followed by a flag hoisting at the Apex of the Human Chain. Balloons were released in the air with road safety slogan danglers. The Human chain covered a stretch of over 5 kms from Shimpoli, Borivali upto Patkar College, Goregaon. It was indeed a remarkable sight to view enthusiastic participants in caps and sash, reciting the road safety slogans and reminding the society to obey traffic rules.
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पिताश्री प्रजापिता ब्रह्माबाबा की 48वीं पुण्य तिथि बुधवार 18 जनुअरी 2017 को ‘विश्व शान्ति दिवस’ के रूप में विश्व भर में मनाया गया । इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी संस्था के मुख्यालय माउंट आबू  तथा आबू रोड में विशेष कार्यक्रम आयोजन किया गया । जिसमें भारत समेत कई देशों के हजारों ब्रह्माबत्सों  ने ब्रह्मा बाबा के समाधी पर जा कर श्रद्धांजलि अर्पित की ।
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संस्था प्रमुख राजयोगिनी दादी जानकी, संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी  समेत देश विदेश के सभी वरिष्ठ भाई बहनों ने मौन रहकर श्रद्धांजलि अर्पित की।

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Delhi: Former Dy. Prime Minister and BJP leader L.K. Advani has suggested that the RSS, with which he has been associated for long, should emulate the example of ‘Prajapita Brahma Kumaris’ and give more space to women in leadership role.

Sidelined by the BJP in the official league of ‘Margdarshak’ (supreme guides), senior parliamentarian LK Advani today suggested to the Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS) to give more space to women in its ranks.

Advani was speaking at the 48th ascension anniversary of spiritual leader Pitashri Brahma, the founder of Prajapita Brahma Kumaris Ishwariya Vishwa Vidyalaya in New Delhi today.

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The World Renewal Jan’ 2017


The World Renewal December’ 2016

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ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा जरूरतमंद परिवारों को कंबल वितरित, नशा छोड़ने पर दिया जोर

आबू रोड: ब्रह्माकुमारी संस्था की ओर से शांतिवन में श्रमिकों और जरूरतमंद परिवारों को कंबल वितरित किए गए। इसके साथ ही उन्हें नशे के नुकसान के बारे में बताकर इस बात पर जोर दिया गया कि वे परिवार समाज की भलाई के साथ ही स्वयं के हित में भी नशा छोड़ दें। shantivan shantivan3 shantivan4

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संस्था की संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी ने कहा कि जितना पैसा हम नशे के लिए लगाते है यदि उतना हम अपने परिवार और बच्चों के लिए खर्च करें तो उससे उन्हें उचित शिक्षा और दूसरी व्यवस्था की जा सकती है। क्योंकि नशे से जहां कई तरह की बीमारियां पैदा हो रही है। वहीं परिवार और समाज भी प्रभावित हो रहा है। परमात्मा ने यह शरीर मंदिर की भांति दिया है। इसलिए इसे व्यसनों और बुराइयों से दूर रखने का प्रयास करना चाहिए।

इस अवसर पर ज्ञानामृत पत्रिका के प्रधान संपादक बीके आत्म प्रकाश ने कहा कि हमारा जीवन हमेशा अच्छे कार्यों के लिए होना चाहिए। इससे ही जीवन में तरक्की होती है। व्यसनों से मनुष्य का मन दूषित हो जाता है। इससे समाज में अपराध और हिंसा की आये दिन घटनाएं सुनने को मिलती है। इसलिए इससे समाप्त करनी चाहिए।

महिला प्रभाग की मुख्यालय संयोजिका बीके डॉ. सविता ने महिलाओं से आग्रह किया कि वे अपने घर और परिवार को ऐसे बनाएं। जिससे हर बच्चा अपने माता पिता से सीख लेकर श्रेष्ठ बनें।

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राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी मानवाधिकार रत्न से सम्मानित (Human Rights Award to Dadi Ratanmohini
बुराईयों से रक्षा करना ही सही मायने में मानवाधिकार: दहिवले

आबू रोड, 8 जनवरी, निसं। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी को मानवाधिकार रत्न से नवाजा गया है। यह अवार्ड संस्थान के शांतिवन स्थित डायमंड हॉल के विशाल सभागार में आयोजित समारोह में केन्द्रिय मानवाधिकार संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मिलिंड दहिवले ने प्रशस्ति पत्र तथा मोमेन्टों भेंटकर सम्मानित किया।
डायमंड हॉल में आयोजित समारोह में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मिलिंड दहिवले ने कहा कि दादी को सम्मान देना गर्व की बात है। वास्तव में बुराईयों से रक्षा करना और और मूल्यों के लिए प्रेरित करना ही सही मायने में मानवाधिकार है। संस्थान के लिए सम्मान कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन ऐसे स्थान पर यह दिया जा रहा है जहॉं से मानव मूल्यों की आभा प्रकट हो रही है।
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इस अवसर पर राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी ने आशिवर्चन देते हुए कहा कि लोगों की सेवा करना ही जीवन का लक्ष्य होना चाहिए। जिस मनुष्य के जीवन में सुख शांति और आनन्द नहीं है वह दूसरों की रक्षा नहीं कर पायेगा। सभी मानवाधिकार संगठनों को चाहिए कि वे एक मंच से मनुष्यों के अन्दर मूल्यों का संचार करें। इससे ही समाज का कल्याण होगा। कार्यक्रम में संस्था के कार्यकारी सचिव बीके मृत्युंजय, केन्द्रिय मानवाधिकार संगठन मध्य प्रदेश के राज्य प्रभारी तेजकरण चौहान, वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके गीता ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किये।

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सामाज के आध्यात्मिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभायें: शर्मा
आईटी व्यावसायियों के सम्मेलन में जुटे प्रतिनिधि

आबू रोड, 7 जनवरी, निसं। आज पूरी दुनिया मुट्ठी में हो गयी है। सूचना प्रौद्योगिकी की मदद से विश्व के किसी भी कोने में कुछ ही मिनटों में सूचना का आदान प्रदान सम्भव है। परन्तु मानवीय संवेदनाओं और सामाजिक विकास के लिए आध्यात्मिकता को महत्वपूर्ण स्थान देना चाहिए। उक्त उदगार क्यूए इंफोटेक के संस्थापक तथा सीईओ मुकेश शर्मा ने व्यक्त किये। वे ब्रह्माकुमारीज संस्था के मनमोहिनीवन ग्लोबल आडिटोरियम में आयोजित आईटी व्यवसाय के लिए आयोजित सम्मेलन में सम्बोधित कर रहे थे।​ ​

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उन्होंने ​​आईटी प्रोफेसनल्स का आह्वान करते हुए कहा कि मनुष्य को आंतरिक विकास और आन्तरिक सूचना के प्रवाह पर सोचना चाहिए​​। क्योंकि जब अन्दर का प्रवाह ठीक रहता है तभी बाहर की संचार व्यवस्था भी सुचारू रूप से चलेगी। इसलिए राजयोग मेडिटेशन एक ऐसा शस्त्र है जिससे ही इस पर इस तरह की आंतरिक प्रकियाा को आगे बढ़ाया जा सकता है। आज जरूरत है कि लोगों में भाईचारा और प्रेम बढ़ाने पर कार्य किया जाये।

​सम्मेलन के मुख्य अतिथि थे​ तन्मय चक्रबर्ती ​, ग्लोबल हेड, टी सी एस, दिल्ली​​ ने ​कहा कि आई टी प्रोफेसनल्स को तकनिकी के साथ मैडिटेशन पर जोर देना चाहिए​। ​
कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारीज संस्था की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी जानकी ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी की पहुंच आज हर किसी के पास तक है। परन्तु मरती मानवीय संवेदना चिंता का विषय है। जरूरी है कि हम सब मिलकर समाज और परिवार में व्यक्तिगत स्तर पर आध्यात्मिक शक्ति के आत्मसात के लिए प्रयास करें। परमात्मा ने हमें एक अच्छा अवसर दिया है। इसका उपयोग करना चाहिए। इस अवसर पर संस्था के महासचिव राजयोगी बीके निर्वेर ने कहा कि आज हर किसी के हाथ में आधुनिक तकनीकी से लैस मोबाईल और यंत्र है जिससे वह हर पल दुनिया से जुड़ा रहता है। परन्तु सूचनाओं के जाल में इतना लुप्त हो गया है कि उसका जीवन केवल पुतला बनकर रह गया है। आंतरिक सूचना तंत्र को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए​​।
कार्यक्रम में जेनपैक्ट उपाध्यक्ष तथा ग्लोबल आपरेटिंग लीडर आलोक अग्रवाल ने कहा कि आज सूचना के प्रवाह में गलत सूचनायें ज्यादा प्रसारित हो रही है जिससे समाज पर बुरा असर पड़ रहा है। ऐसे में लगातार बड़ी संख्या में युवाओं के उपर बुरा असर पड़ रहा है। ऐसे में राजयोग का अभ्यास जरूरी है। इस अवसर पर आईटी प्रभाग की अध्यक्षा डा0 बीके निर्मला, कोआर्डिनेटर बीके यशवन्त पाटिल, आईटी विंग की फैकल्टी कोलकाता की बीके पदमा समेत कई लोगों ने सम्बोधित किया।