आबूरोड-शांतिवन में शिवरात्रि महोत्सव के उपलक्ष्य में दादीजी ने किया शिवध्वजारोहण
शिव पर चढ़ाये आपसी रिश्तों में कड़वाहट रूपी अक और धतूरा: दादी
आबूरोड, 8मार्च, निसं। शिवरात्रि का त्यौहार हमें अपने व्यवहार में सकारात्मक बदलाव के लिये प्रेरित करता है। इसमें कोई कर्मकांड या आडम्बर की जरूरत नहीं है। हमें इस दिन शिव पर अपने रिश्तों में कड़वाहट घोलने वाले सभी कारकों को चढ़ाना चाहिये। उक्त विचार ब्रह्माकुमारीज संस्था की अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका दादी रतनमोहिनी जी ने व्यक्त किये। वे संस्था के शांतिवन प्रागण में शिवरात्रि महोत्सव के उपलक्ष्य में शिवध्वजारोहण अवसर पर आयोजित विशाल जनसमूह को सम्बोधित कर रही थी।
उन्होंने कहा कि आज शिवरात्रि के अवसर पर लोग मन्दिरों में अक, धतूरे जैसी कई चीजें चढ़ाते है लेकिन वास्तव में परमात्मा शिव को इन बाहरी वस्तुओं से प्रसन्न नहीं किया जा सकता। वे तो हमारे अन्दर की कड़वाहट को हरने वाले है। अत: हमें अपनी आन्तरिक कमी- कमजोरियों को खत्म करने का व्रत लेना चाहिये।
इस अवसर पर संस्था के महासचिव बीके निर्वेर ने कहा कि हम इस शिवरात्रि पर हमें सदा खुश रहने का संकल्प लेना चाहिये और जीवन में आने वाली सभी परिस्थितियों के बावजूद भी हमें अपनी खुशी को बरकरार रखना चाहिये।
शिवध्वजारोहण के पश्चात संस्था के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने आसमान में गुब्बारे उड़ाकर शांति एवं सदभावना का संदेश दिया गया।
इसके साथ ही शिवरात्रि महोत्सव मनाया गया। कार्यक्रम में देश ही नहीं बल्कि विदेश के भी लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरूआत आध्यात्मिक गीतों से किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम में संस्था की कार्यकारी प्रबन्धिका बीके मुन्नी, संस्था के अतिरिक्त सचिव बीके बृजमोहन, मल्टी-मीडिया के बीके करूणा, गॉडलीवुड स्टूडियों के प्रबन्धक बीके हरीलाल, गुजरात से बीके सरला, विदेश से बीके रजनी सहित संस्था के अनेक वरिष्ठ मौजूद थे। इस अवसर पर देश-विदेश से आये हजारों लोग मौजूद थे।