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दादी प्रकाशमणि के पुण्य स्मृति के उपलक्ष्य में श्रमिक स्नेह मिलन समारोह आयोजित

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मिकों को दिलाया नशामुक्ति का संकल्प

– दादी प्रकाशमणि के पुण्य स्मृति के उपलक्ष्य में स्नेह मिलन समारोह आयोजित
– दादी की याद में शांतिवन में सेवाएं दे रहे दो हजार से अधिक श्रमिकों को दी सौगात
– राजयोग मेडिटेशन का कराया अभ्यास

21 अगस्त, आबू रोड (निप्र)।

ब्रह्माकुमारी संस्थान की पूर्व मुख्य प्रशासिका दादी प्रकाशमणि के 11वें पुण्य स्मृति दिवस के उपलक्ष्य में मंगलवार को श्रमिकों का स्नेह मिलन समारोह आयोजित किया गया। इस दौरान ब्रह्माकुमारी बहनों ने सभी श्रमिकों को नशामुक्ति का संकल्प दिलाते हुए जीवन में सदा नशे से दूर रहने की प्रतिज्ञा कराई। साथ ही शांतिवन में अपनी सेवाएं दे रहे दो हजार से अधिक श्रमिकों को दादी की स्मृति में सौगात प्रदान की गई।
कार्यक्रम में संबोधित करते हुए मीडिया विंग के अध्यक्ष बीके करुणा भाई ने कहा कि आप सभी की अथक मेहनत और सेवा का ही कमाल है जो सारी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से संचालित होती हैं। किसी भी उपक्रम में श्रमिक नींव के पत्थर होते हैं। आपके श्रम की बूंदों से ही कोई भी कार्य का सही रीति से संचालन संभव हो पाता है।

शांतिवन की प्रबंधक बीके मुन्नी बहन ने कहा कि आप सभी यहां अपने घर समझकर सेवाएं दें। ये परमात्मा का घर है तो इसे अपना घर ही समझें। आप सभी दिन-रात इतनी मेहनत से सेवाएं देते हो। इससे हर कार्य सही रीति से होता है। आप सभी भाग्यशाली हैं जो ईश्वर के घर में सेवा कर रहे हैं। सदा सेवा करते हुए खुश रहें। खुशी से कार्य करें। जब हम ईमानदारी और सच्ची लगन से कोई कार्य करते हैं तो ईश्वर उसका सौ गुना फल देता है। आज आप सभी से मिलकर बेहद खुशी हो रही है। दादी प्रकाशमणि के समय से ही संस्थान के सभी श्रमिक भाई-बहनों की पालना घर की तरह की जाती है। आज सभी संकल्प लें कि कभी भी नशा नहीं करेंगे। नशा जीवन का नाश कर देता है। नशा ही नरक का द्वार है। नशे से दूर रहें और दूसरों को भी इसे छोडऩे के लिए प्रेरित करें। नशे से शारीरिक,मानसिक और आर्थिक तीनों रूप से बर्बादी ही होती है।

शांतिवन के मुख्य अभियंता बीके भरत भाई ने कहा कि आप सभी हमारे साथी हैं। आपको किसी भी तरह की कोई परेशानी हो तो बेझिझक बताएं। यहां सभी अपना घर समझकर ही अपनी अमूल्य सेवाएं दें।
पीआरओ बीके कोमल ने कहा कि आप सभी वह नींव के पत्थर हैं जिसके बिना किसी भवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। जीवन में सदा उमंग-उत्साह बनाए रखें।

सभी ने दी दादी को श्रद्धांजली…
समापन पर सभी को ईश्वरीय सौगात प्रदान की गई। सभी श्रमिक भाई-बहनों ने प्रकाश स्तम्भ पहुंचकर दादी प्रकाशमणि को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए श्रद्धांजली दी। अंत में सभी के लिए विशेष ब्रह्माभोजन कराया गया। बहनों ने राजयोग मेडिटेशन की अनुभूति कराते हुए इसके लाभ बताए। इस मौके पर सफाई विभाग के प्रमुख बीके जगदीश भाई, बीके कृष्णा बहन, बीके मनीषा बहन सहित बड़ी संख्या में श्रमिक भाई-बहन मौजूद रहे।

कई श्रमिक भाई-बहन रोजाना लगाते हैं ध्यान
इस दौरान कई श्रमिक भाई-बहनें ने अपना अनुभव सुनाया। शांतिवन में सेवाएं दे रहे श्रमिक भाई-बहनों में कई ऐसे हैं जो रोजाना राजयोग मेडिटेशन का अभ्यास करते हैं। साथ ही सभी तरह की व्यसन-बुराइयों से दूर हैं। वह आदर्श के संयम पथ पर आध्यात्मिक जीवन अपनाना जीवन को नई दिशा दे रहे हैं। राजयोग के अभ्यास से कई लोगों को जीवन में नई दिशा मिली है।
फोटो- श्रमिक भाई-बहनों को नशामुक्ति का संकल्प दिलाते हुए ब्रह्माकुमारी बहनें।