दिल्ली-इण्डिया गेट पर विश्व शान्ति हेतु सामूहिक राजयोग का हुआ आयोजन
इण्डिया गेट पर विश्व शान्ति हेतु सामूहिक राजयोग का हुआ आयोजन
श्राजयोग से आन्तरिक प्रकृति के साथ बाह्य प्रकृति का भी होगा परिवर्तनश् -दादी जानकी
नई दिल्ली, 8 नवम्बरः प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा आज सुबह यहां स्थानीय इण्डिया गेट मैदान पर विश्व शान्ति हेतु सामूहिक राजयोग शिविर का आयोजन किया गया जिसमें देश विदेश के पचास हजार से अधिक राजयोग अभ्यास करने वालों ने भाग लिया। विश्व के 146 देशों में भी ब्रह्माकुमारी संस्था के अनुयाईयों ने इसी भारतीय समय के अनुसार राजयोग किया।
ब्रह्माकुमारी संस्था की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी जानकी जी ने अपने आर्शीवचन में कहा कि मै कौन-मै आत्मा, मेरा कौन- मेरा परमात्मा को पहचान कर स्वयं का परमात्मा से सम्बन्ध जोड़ना ही राजयोग है जिससे न केवल हमारा मन, बुद्धि एवं चरित्र सुधरता है साथ ही आन्तरिक बुराईयां, विकार और व्यसन भी समाप्त हो जाते हैं।
उन्होंने कहा कि राजयोग से हम न केवल अपनी आन्तरिक प्रकृति का राजा बन अपने सोचने, निर्णय करने और कर्मेन्द्रियों नियन्त्रित कर लेते है बल्कि हम बाह्य प्रकृति को परिवर्तन कर शान्ति, प्रेम, सदभाव सम्पन्न और स्वस्थ समाज का वातावरण बना कर सम्पूर्ण विश्व में शान्ति ला सकते है।
इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी संस्था की अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी हृदयमोहिनी जी ने अपने उदगार व्यक्त करते हुए कहा कि राजयोग कोई आसन प्रक्रिया नहीं है बल्कि यह तो चलते फिरते, कर्म करते हुए भी किया जा सकता है। इसके अभ्यास से हम स्वयं के, समाज के और सारे विश्व के वर्तमान एवं भविष्य को शान्तमय, सुखमय, प्रेममय, सदभावपूर्ण बना सकते हैं।
इसके अलावा सदभाव एवं शान्ति अध्ययन संस्थान के अध्यक्ष डॉ एम0डी0थॉमस, यहूदी उपासनागृह के मुख्य पुजारी ई0आई0मलेकर, दिल्ली सिक्ख गुरूद्वारा प्रबन्धक कमेटी के सदस्य सरदार कुलमोहन सिंह, अर्न्तराष्ट्रीय भजन सुख सेवा मिशन के संस्थापक स्वामी सर्वानन्द सरस्वती, स्तम्भ लेखक फिरोज बक्त अहमद, भारत में बहाई समुदाय के राष्ट्रीय संयोजक डॉ ऐ.के.मर्चेन्ट तथा जैन मुनी विवेक जी ने भी सभा को सम्बोधित कर विश्व शान्ति के लिए अपनी शुभकामनायें दी।
ब्रह्माकुमारी संस्था के मुख्य प्रवक्ता ब्र0कु0 ब्रजमोहन जी ने सभी विभिन्न धर्म, समुदायों के आयें हुए नेताओं का अल्पअवधि बुलावे पर आने का शुक्रिया किया तथा कहा कि राजयोग हमारे आन्तरिक और बाह्य प्रकृति में असुन्तलन और बाधाओं को समाप्त करता है।
केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह जों किन्ही कारणों से कार्यक्रम में सम्मिलित नहीं हो पाये ने अपने लिखित संदेश में ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा विश्व शान्ति और सदभाव के लिए भारत के प्राचीन राजयोग और नैतिक मूल्यों के प्रसार के लिए धन्यवाद दिया।