Home News National News ब्रह्माकुमारीज – शांतिवन में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उदघाटन

ब्रह्माकुमारीज – शांतिवन में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उदघाटन

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स्वस्थ एवं स्वच्छ भारत के लिए सबकी भागीदारी जरूरी – देवासी
अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में जुटे कई देशों के प्रतिनिधि
आबू रोड, 3 अक्टूबर, निसं। जाति, पाति और धर्म के सरहद से एकता प्रभावित होती है। जबकि मनुष्य की हकीकत कुछ और है, हम सब एक ईश्वर की संतान है और रहेंगे। इसलिए मजहबी दिवारों से उपर उठना चाहिए। उक्त उदगार ब्रह्माकुमारीज संस्था की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी जानकी ने व्यक्त किये। वे ब्रह्माकुमारीज संस्थान के शांतिवन में ‘राजयोग द्वारा स्वस्थ एवं सुखी समाज’ विषय पर आयोजित वहुउद्देशीय अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम  के उदघाटन अवसर पर बोल रही थी। 
 
उन्होंने कहा कि हम एक स्वस्थ समाज अथवा भारत का निर्माण तभी कर पायेंगे जब स्वच्छता हमारी सोच में भी होगा। इससे मनुष्य जाति धर्म से उपर उठ जायेगा और सदभावन का माहौल बनेगा। यहॉं से जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति को जीवन में राजयोग के जरिये अध्यात्म को अपनाना होगा। 
 
राजस्थान के पशुपालन एवं देवस्थान राज्यमंत्री ओटाराम देवासी ने कहा कि स्वच्छ एवं स्वस्थ भारत के लिए सबकी भागीदारी जरूरी है। क्योंकि बिना सबके सहयोग के कोई भी कार्य नहीं किया जा सकता है। भौतिक, आर्थिक या राजनीतिक विकास सभी के लिए एकता और सदभावना की आवश्यकता है। आज सरकार नयी नयी योजनायें बना रही है परन्तु उसका सही इम्प्लीमेंटेशन ना होने से इसका लाभ आम जन को नहीं मिल पाता है। 
 
राष्ट्रीय स्वयं संघ के राष्ट्रीय नेता इंद्रेश कुमार ने कहा कि राजयोग भारत की प्राचीन पद्धति है इससे संस्कार और बेहतर संसार दोनो की रचना होती है। पृथ्वी, जल, वायु सब दूषित हो रहा है। संस्कृति भी दूषित हो रही है जो ज्यादा चिंताजनक है। हमारे देश में दुर्भावना और जाति पाति की कोई परम्परा नहीं है। सभी को सभी धर्मों, जातियों का सम्मान करना चाहिए। एक दूसरे पर दुर्भावना के वश बात नहीं करना चाहिए। पूर्व भारत के टेक्सटाईल केन्द्रीय डा के0 सम्बाशिव राव ने कहा कि यहॉं की व्यवस्था देखने के बाद पता चलता है कि जीवन में मूल्यों का कितना स्थान है। अन्नामलाई विश्वविद्यालय के कुलपति डा एस मेमन ने कहा कि मूल्यों पर आधारित शिक्षा अब विश्वविद्यालयों में भी चलायी जार ही है जो सराहनीय है।  
 
कार्यक्रम में संस्था के महासचिव बीके निर्वेर ने सभी का स्वागत करते हुए पूरे भारत में सकारात्मक माहौल बनाने की अपील की। कार्यक्रम के दौरान कार्यकारी सचिव बीके मृत्युंजय,  जयपुर की बीके सुषमा, बीके भरत समेत कई लोगों ने अपने अपने विचार व्यक्त किये। इससे पूर्व गुब्बारे उठाकर सम्मेलन का आगाज किया गया। 

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