मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया ब्रह्माकुमारीज पटना के स्वर्ण जयंती समारोह का उद्घाटन:
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया ब्रह्माकुमारीज पटना के स्वर्ण जयंती
समारोह का उद्घाटन
ब्रह्मकुमारी संस्था समाज में प्रेम और सद्भाव का सन्देश दे रही है: नीतीश कुमार
पटना, 12 फरवरी 2017:- बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में ब्रह्मकुमारीज पटना सेवा केन्द्र के स्वर्ण जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रमInner Peace, Inner Power” का दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने शिवानी बहन का पूरा प्रवचन सुना और उसके बाद इशारों-इशारों में अध्यात्म का पुट देते हुए खुल कर अपनी बातें कहीं। उन्होंने ने कहा कि हर कोई व्यक्ति को अपने मन की शक्ति को पहचानना चाहिये, चित्त को शांत रखना चाहिये, इसके अच्छे परिणाम जीवन में मिलते हैं। यह तो बिल्कुल शाश्वत सत्य है। किसी भी चीज से परेशान नहीं होना चाहिये। धैर्य के साथ काम करना चाहिये। अगर धैर्य न हो तो फिर तो कोई व्यक्ति काम ही नहीं कर सकता।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने ब्रह्मकुमारी बहनों से कहा कि आपलोग लोगों की काउंसिलिंग कर रही हैं और इन दिनों जो लेागों के बीच जो वाकयुद्ध चल रहा है, उसका स्तर थोड़ा इम्पु्रव होना चाहिये। आज बड़े-बड़े पद पर बैठे व्यक्ति जैसी भाषा का प्रयोग कर रहे हैं, वह सुखद नहीं है। लोकतंत्र में सबको अपनी बात कहने का हक है, मन में तरह-तरह की बातें आती है और जब हमलोग सार्वजनिक जीवन में होते हैं तो वाद-विवाद भी होता है लेकिन उसका भी एक स्तर ऊंचा होना चाहिए। इन बातों से चिन्ता होती है किन्तु उन्होंने ब्रह्मकुमारी शिवानी बहन का समर्थन करते हुये कहा कि आप ठीक कहती हैं कि चिन्ता करो ही मत। आप अपने अनुयायियों से बिल्कुल सही कहा कि सुबह उठो तो अगर मन में पॉजिटिविटी है तो दिन भर उसका असर रहेगा। सुबह उठते ही मन में अगर आक्रोश, गुस्सा का भाव रहेगा तो दिन बेकार बीतता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रजापिता ब्रह्मकुमारी आंतरिक शक्ति का एहसास कराने के लिये और उसका हर किसी के अंदर सकारात्मक सोच को बढ़ावा देने के लिये प्रयत्न कर रही है, इसके लिये उन्होंने प्रजापिता ब्रह्मकुमारीज को बधाई दी और कहा कि यह प्रयत्न चलते रहना चाहिये। उन्होंने कहा कि गुस्सा झेलना हमलोगों की नीयती है और उस गुस्से से मन विचलित न हो, ऐसा संस्कार बने, इससे अच्छी तो कोई बात हो ही नहीं सकती।
शराबबंदी की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों के मन में अब यह बात आ रही है कि शराब खराब चीज है. जो लोग शुरू में नाराज थे, वे भी अब खुश हैं. लोगों का परिवार, जीवन, समाज सब में सुधार हो रहा है । सबके हित में यही है कि हम अपनी-अपनी भूमिका को पूरी ईमानदारी से निभायें। आज काला धन एवं भ्रष्टाचार की बात होती है। पता नहीं क्यों लोग इतना पैसा बनाते हैं। सबको मालूम है कि कफन में जेब नहीं होती। आज जो तुम पैसा बना रहे हो, वह आने वाली सात पीढ़ी को काम नहीं आयेगा इसलिये लोगों के मन को बदलना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि मुझे ख़ुशी है कि ब्रह्मकुमारीज न केवल अध्यात्मिक शिक्षा देती है बल्कि ग्राम विकास, यौगिक एवं जैविक खेती, सामाजिक उत्थान, युवाओं, महिलाओं, पर्यावरण,स्वच्छता, साक्षरता, वैल्यू एजुकेशन से लेकर कई प्रकार से समाज के सभी वर्गों के लोगों में जागृति के लिये प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार ज्ञान की भूमि रही है। शिवानी बहन ने भी बिहार, देश और मानवता के लिये अच्छी बातें कही। यह वही भूमि है, जहॉ भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ,भगवान महावीर का जन्म, ज्ञान एवं निर्वाण यही हुआ। गुरू गोविंद सिंह जी महाराज का भी जन्म यहीं हुआ। बिहार तो ऐसी भूमि है कि आजादी की लड़ाई को तेज रफ्तार चम्पारण सत्याग्रह से ही मिली। आज शिवानी बहन ने यहॉ बैठे लोगों को जो शांति का मंत्र दिया है, उस मन की शांति के मंत्र को कुछ अंश तक भी अपना लेंगे तो यह साधारण बात नहीं होगी। आप इतने लोग बैठे हुये हैं, अगर उसमें से दस प्रतिशत लोग भी इनकी बात को मान लीजियेगा तो समाज को बदल डालियेगा।