सलापुर-बिलासपुर सेवाकेंद्र में किसान सशक्तिकरण कार्यक्रम: खाद्य मंत्री,
दिनांक 05 अक्टूबर, 2015 को प्रातः 11ः00 बजे ब्रह्माकुमारीज ओम्षांति सरोवर, मुंगेली रोड उसलापुर, बिलासपुर में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईष्वरीय विष्व विद्यालय माउण्ट आबू राजस्थान के ग्राम विकास प्रभाग द्वारा ‘‘स्वच्छ स्वर्णिम सषक्त भारत र्निमाण के लिये अखिल भारतीय किसान सषक्तिकरण अभियान’’ का उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया था जिसमें माननीय मंत्री छ.गषासन खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग माननीय पून्नूलाल मोहले जी के मुख्य आतिथ्य एवं अंतर्राष्ट्रीय मुख्यालय माउण्ट आबू (राजस्थान) पधारे ग्राम विकास प्रभाग के मुख्य संयोजक भ्राता ब्र.कु.राजू भाई, कृषि महाविद्यालय बिलासपुर के डीन श्री सीताराम पटेल जी, नाबार्ड बैंक के प्रबंध कमल पटनायक जी के विशिष्ट आतिथ्य में सम्पन्न हुआ ।
माउण्ट आबू से पधारे भ्राता ब्र.कु.राजू भाई द्वारा अपने सम्बोधन में अभियान का उद्देष्य स्पष्ट करते हुए बताया कि जबकि देश की अर्थ व्यवस्था कृृषि पर आधारित है, कृषक जो सब को वस्त्र पहनाता है अन्न उत्पदान करके भोजन उपलब्ध कराता है देश की अर्थ व्यवस्था के उन्यन मे भागीदार होता है, आज उसके पास वस्त्र, अन्न उपलब्ध नही है, आर्थिक रूप से वह कमजोर है। इसका मूल कारण किसान मानसिक, आर्थिक रूप से सशक्त नही है, किसानों को सशक्त करने के लिए प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईष्वरीय विष्व विद्यालय तथा उसकी सहयोगी संस्था राजयोग एज्युकेषन एण्ड रीसर्च फाउण्डेषन के ग्राम विकास प्रभाग द्वारा ‘‘अखिल भारतीय किसान सषक्तिकरण अभियान’’ चला जा रहा है।
इस अभियान के मुख्य संयोजक भ्राता राजू ने बताया कि सांईस के साथ साईलेंस की शक्ति का उपयोग करते हुए किसानों को पारम्परिक शाष्वत यौगिक खेती हेतु प्रषिक्षित किया जाना इस अभियान का लक्ष्य है। उनके द्वारा किसानों को बीज उपचार की विधि बताते हुए कहा गया कि 03 दिनों तक बीजो को सकारात्मक दृष्टि देने से बीजों में 98 प्रतिशत तक फसल मंे कीट व्याधि से रक्षा होती है। किसानों को शुभ विचारों एवं भावनाओं से खाद्यान्न उत्पादन करने के लिए इस अभियान के माध्यम से गॉव गॉव में प्रदशर्नी लगाकर खेती की यौगिक विधियों पर प्रशिक्षण दिया जाना बताया गया । आध्यात्मिक उर्जायुक्त युक्त बीजारोपण सकारात्मक, पवित्र एवं उल्लासपूर्ण वातारण में किये जाने पर बीजों की उत्पदन क्षमता एवं पौष्टिकता में आश्चर्यजनक रूप से वृद्धि देखी गई हैं। खेती की लागत कम कर कृषकों के आर्थिक बोझ से निवृत्त करने में खेती की यह तकनीक कारगर सिद्ध हो रही है। राजू भाई साईलेंस का उदाहरण देकर समझाया कि पवित्र आध्यात्मिक वातारण का असर से हिंसक प्रकृति का पशु पर भी होता है ऐसे सानिध्य में वह अपनी हिंसा का त्याग कर देता है।
इस सभा को माननीय मंत्री छ.ग.शासन पुन्नूलाल मोहले एवं कृषि महाविद्यालय बिलासपुर के डीन श्री सीताराम पटेलजी द्वारा भी सम्बोधित किया गया। नाबार्ड बैंक के जिला प्रबंधक श्री कमल पटनायक द्वारा अपने सम्बोधन में छत्तीसगढ में कृषकों का संगठन तैयार कर उन्हें विकास कार्य से जोडने एवं जैविक खेती को बढ़ावा देने का विचार रखा । कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठता श्री पटेल जी के द्वारा बताया गया कि कृषि विश्वविद्यालय मधुमेह के लिए उपयोगी धान किस्म आयरन एवं जिंक के गुणों से भरपूर किस्म जो कुपोषण दूर करने में सहायक है साथ ही कृषको के कार्यो पर अनुसंधान कर किसानों के हितो को ध्यान में रखते हुए काम कर रहे हैं । कृषि महाविद्यालय के छात्र छात्राएॅ बिल्हा विकास खण्ड के ग्राम सेमरा में किसानों के खेतों पर जीवामृत, पंचगव्य आदि विधि का प्रदर्शन कर जानकारी दे रहें है।
इस अवसर पर तखतपुर विकास खण्ड के किसान श्री राम कुमार भाई द्वारा खेती में 07 वर्षो से 30 एकड धान की खेती में कीट बीमारी के रोकथाम हेतु किये जा रहे योग के प्रयोग के संबंध में जानकारी साझा की गई । यह अभियान तखतपुर ब्लाक के अधिकांष ग्रामों में चलाया जायेगा। इस दौरान ग्राम अधिकारी सरपंच, सचिव एवं किसानों को आहूत कर उन्हें राजयोगी भाई बहनें किसान सषक्तिकरण का व्यवहारिक ज्ञान एवं प्रषिक्षण देंगे तथा पारम्परिक शाष्वत यौगिक खेती के संबंध में जानकारी दी जावेगी। इस कार्यक्रम में सरकार द्वारा किसानों को दी जा रही सुविधाओं की जानकारी एवं उन्हें प्राप्त करने में सहयोग प्रदान करने की दिषा में भी पहल की जायेगी।