आत्म सशक्तिकरण के लिए आध्यात्म ज्ञान आवश्यक – पारसचंद जैन
आबूरोड, 4 फरवरी, निस.। ब्रहमाकुमारीज संस्था में आत्मा के सशक्तिकरण के लिए परमात्म ज्ञान कितना जरूरी है विषय को लेकर तीन दिवसीय विशेष मैडिटेशन रिट्रीट का उद्घाटन मध्यप्रदेश के उर्जामंत्री पारसचंद जैन ने विधिवत दीप प्रज्ज्वलित कर किया ।
इस दौरान मंत्री पारसचंद जैन ने कहा कि स्वयं को पहचान ने के लिए परमात्मा का ज्ञान जरूरी है । परमात्मा के ज्ञान से ही मनुष्य अपने अंदर की शक्तियों को पहचान सकता है और अपनी आत्मा और स्वयं को सशक्त बना सकता है । मंत्री ने कहा कि संस्था द्वारा मनुष्य जीवन के लिए आवश्यक स्वंय के लिए चितंन के विषय को लेकर जो यह आयोजन किया जा रहा है वह सराहनीय है । उन्होने कहा कि आज के युग में मनुष्य के पास स्वयें के लिए सोचने और कुछ करने का समय नही है ऐसे में संस्था द्वारा जो कार्य किए जा रहे वे मानव सेवा में अतिउत्तम कार्य है ।
कार्यक्रम के दौरान संस्था के महासचिव बीके निर्वेर ने कहा कि भगवान धरती पर अवतरित होकर मनुष्य को खुद की शक्तियों का अनुभव करा रहे है पर आज की भौतिकता भरी जिदंगी में मनुष्य के पास खुद के लिए समय नही है वे उन चीजें के पीछे भाग रहा है जो उसकी है ही नही इसलिए मनुष्य को अब खुद के लिए भी कुछ समय निकालकर परमात्म का ज्ञान प्राप्त करना चाहिए ।
आबू रोड। ब्रह्माकुमारीज संस्था के शांतिवन में आयोजित व्यापार एवं उद्योग प्रभाग सम्मेलन का उद्घाटन संस्था के संयुक्त मुख्य प्रशासिका आदरणीय दादी रतनमोहनी जी के पावन उपस्थिति में संपन्न हुआ I इस सम्मेलन में सारे भारत देश से 5000 से भी अधिक व्यापारी एवम उद्योगपतियों भाग लिया I
कार्यक्रम में सम्बोधित करते हुए दादी रतनमोहनी जी ने कहा कि वर्तमान समय संसार में सुख के साधन होते भी सब अशांति महसूस कर रहे है I जिसके लिये सभी भिन्न भिन्न प्रयत्न कर रहे है I मनुष्य अपने ख़ुशी बाह्य भौतिक पदार्थों में ढूंढ रहा है, लेकिन आतंरिक ख़ुशी अनुभव करने के लिए आत्म अनुभूति एवं परमात्म अनुभूति करने की जरुरत है । व्यापार एवं उद्योग भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। परन्तु धन कमाने के लिए जरूरी है कि ज्यादा से ज्यादा हम सात्विकता और आध्यात्मिकता के लिए इसका उपयोग करें इससे व्यापार में सफलता होगी। राजयोग ध्यान जीवन में उंचाईयों पर ले जाता है। इसलिए राजयोग को जीवन में उतारने के लिए प्रयास करना चाहिए।
सम्मेलन में अतिथियों को सम्बोधित करते हुए प्रभाग की राष्ट्रीय संयोजिका बीके योगिनी बहन ने कहा कि बदलते समय के साथ-साथ साइंस और टेक्नोलॉजी भी एडवांस हो गई है। लेकिन साथ–साथ जीवन तनावयुक्त हो गयी है, इसलिए हमें अपने जीवन में आध्यात्मिकता को शामिल करना चाहिएI उद्योग में योग शब्द समाया हुआ हुआ है इसका साथ उन्होंने सभी मेहमानों को राजयोग का अभ्यास की करवाया । ब्रह्माकुमारी गीता बहन, मुख्यालय संयोजिका,व्यापार और उद्योग प्रभाग, ने सभी आये हुए मेहमानों का स्वागत किया I साथ में संस्था की गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी I
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भ्राता अन्ना साहेब चाकोटे, प्रसिद्द उद्योगपति, कोल्हापुर ने अपने वक्तय में ब्रह्माकुमारी संस्था के कार्य की सराहना करते हुए शुभ भावना व्यक्त की जैसे बिजनेसमैन अच्छी बिज़नेस के लिए हमेशा तैयार रहना है, वैसे ही यहाँ से हमें जो उर्जा और शिक्षा मिलेगी, वह हम अपने में भरकर, सुख शांति का अनुभव करके फिर इस उर्जा का उपयोग हमारे समाज, कंपनी तथा देश के लिए करेंगेI
सम्मेलन में हाल ही में जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में पाक सैनिकों की गोलाबारी के दौरान शहीद हुए बांसवाड़ा(राजस्थान) का जवान हर्षित भदोरिया तथा उरी सेक्टर में आतंकी हमले में शहीद हुए राजसमंद(राजस्थान) के राजवा गांव के हवलदार निम्बसिंह रावत के परिजनों को व्यापार एवं उद्योग की ओर से एक एक लाख के चेक प्रदान कर सम्मानित किया गया। प्रभाग की राष्ट्रीय संयोजिका बीके योगिनी ने कहा कि शहीदों के परिजनों को सहयोग राशि प्रदान गर्व की बात है ताकि लोगों को सेना के प्रति रूझान पैदा हो सके। इसलिए ऐसे प्रयास करना चाहिए।