शांतिवन में ग्लोबल हॉस्पिटल के रजत जयंती कार्यक्रम
योगगुरु तथा विवेकानन्द योग संस्थान के अध्यक्ष पदमश्री एचआर नागेंद्र ने कहा कि भारत विशिष्ट शक्तियों से विभूषित है। योग और अध्यात्म में तन और मन की बीमारी ठीक करने की संपूर्ण क्षमता है। वे ब्रह्माकुमारीज संस्था के शांतिवन में ग्लोबल हॉस्पिटल के रजत जयंती समारोह में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि योग तन को साधने और स्वस्थ रखने का बेहतरीन तरीका है, लेकिन यदि आत्मा को ठीक रखना है तो योग के साथ राजयोग जरूरी है। पिछले कुछ वर्षों में लोगों का रूझान योग के प्रति बढ़ा इससे ही संपूर्ण बीमारियों से मुक्ति पाई जा सकती है। परमात्मा ने हमें यह वैभव के रूप में दिया है।
राष्ट्रीय पिछड़ा आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति वी ईश्वरैय्या ने कहा कि हमने अपने जीवन में योग अपनाकर देखा है कि खुद को श्रेष्ठ बनाने के लिए इससे बेहतर दूसरी कोई औषधि नहीं है। इसलिए जो प्रतिदिन योग एवं राजयोग को जीवन में शामिल करता है उसे बीमारियों से मुक्ति मिलना स्वाभाविक है।
इस मौके सीबीआई के पूर्व निदेशक डॉ. डीआर कार्तिकेयन, नैरोबी ब्रह्माकुमारी सेवा केन्द्रों की निदेशिका वेदांती, संस्था के महासचिव निर्वेर, पांडव भवन की प्रभारी शशि, कार्यक्रम प्रबंधिका मुन्नी समेत कई लोगों ने विचार व्यक्त किए।