On occasion of Raksha Bandhan; BK Radha Didi tied Raksha Bandhan to :
(1) Hon’ble
Governor of Uttar Pradesh, Brother Ram Naik Ji, BK Manju, BK Madhuri, BK Charu & Dr. Bhupendra are also present. (Photo 1 & 2)
(2) Hon’ble
Chief Minister of Uttar Pradesh, Brother Akhilesh Yadav Ji, BK Maduri also presesnt. (Photo 3)
शांतिवन परिसर स्थित दादी प्रकाशमणि ट्रेनिंग सेंटरमें सामुदायिक रेडियो “रेडियो मधुबन 90. 4 एफ.एम् के द्वारा स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में
स्वर्णिम भारत देशभक्ति संगीत प्रतियोगिता
का आयोजन किया गया | जिसमे माउंट आबू और आबूरोड के स्कूलों में छठवीं से बारहवीं कक्षा के पढने वाले छात्र छात्राओं ने भाग लिया | कार्यक्रम का उद्घाटन वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका गीता दीदी , अरावली प्लास्टो के प्रबंध निदेशक श्री रामेश्वर अग्रवाल, निर्णायक बी.के. सतीश जी और रेडियो मधुबन के कार्यक्रम “संगीत की दुनिया” के रेडियो जॉकी श्यामली जी ने किया |
कार्यक्रम में भाग लेने वाले बच्चों ने देशभक्ति गीत प्रस्तुत कर सभी को देशभक्ति के रस में सराबोर कर दिया | कार्यक्रम में 2 राउंड रखे गए थे जिसमें पहले राउंड में करीब 40 बच्चों नें अपनी प्रस्तुति दी | प्रथम राउंड में चयनित प्रतोभागियों को द्वितीय राउंड में फिर से प्रस्तुति देने का मौका मिला |
कार्यक्रम के अंत में रेडियो मधुबन 90.4 एफ.एम् के केंद्र प्रमुख बी. के.यशवंत पाटिल, आबू रोड सदर थाना प्रभारी श्री भंवरलाल जी एवं श्री रामेश्वरलाल अग्रवाल जी ने सभी विजयी प्रतिभागियों को ट्राफी , सम्मान पत्र और तिरंगे का बैज पहनाकर सम्मानित किया | कार्यक्रम का संचालन आर.जे. सुभाश्री ने किया |
आध्यात्मिकता को अपने जीवन में स्थान दें : राजयोगी मृत्युंजय
ज्ञान सरोवर ( आबू पर्वत ),26 अगस्त , २०१६। आज ज्ञान सरोवर स्थित हार्मनी हॉल में ब्रह्माकुमारीज एवं आर ई आर एफ की भगिनी संस्था , चिकित्सा प्रभाग के संयुक्त तत्वावधान में एक अखिल भारतीय सम्मेलन का आयोजन हुआ। सम्मलेन का मुख्य विषय था -” मन – शरीर , दवा ” . इस सम्मलेन में भारत के विभिन्न प्रान्तों से बड़ी संख्या में प्रतिनिधिओं ने भाग लिया . दीप प्रज्वलित करके इस सम्मेलन का उद्घाटन सम्पन्न हुआ।
शिक्षा प्रभाग के उपाध्यक्ष , ब्रह्मा कुमारीज के कार्यकारी सचिव राजयोगी मृत्युंजय ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की . आपने अपने उद्बोधन में कहा की आज यहां डॉक्टर्स का कुम्भ लगा हुआ है . आपसे आशा है की आप यहां अपने तन के साथ साथ मन को भी शुद्ध करें . इस वैश्विक संस्थान से आप राजयोग का प्रशिक्षन प्राप्त करके हर प्रकार के प्रदूषण को दूर करें . उसके लिए आध्यात्मिकता को अपने जीवन में स्थान दें . यही एक विलुप्त लिंक है जिसके कारण समाज टूट रहा है . आध्यात्मिकता से यह विखराव समाप्त होगा . हर गाँव में ध्यान का केंद्र खोल कर राजयोग का अभ्यास सिखाया जाए . लोग इससे अनेक रोगों से आसानी से – दवा के बिना भी रोग मुक्त होंगे . परमात्मा द्वारा सिखाया गया राजयोग अत्यंत लाभ कारी है।
ज्ञान सरोवर अकादमी की निदेशक राजयोगिनी डॉक्टर निर्मला दीदी ने आज के सम्मेलन को अपना आशीर्वचन इन शब्दों में दिया . आपने कहा की आज अधिकांश बीमारियां मानसिक नकारात्मकताओं के वजह से पनप रही हैं . इनसे मुक्ति के लिए अब ध्यांन ( मैडिटेशन ) का सहारा लिया जा रहा है . ब्रह्मा कुमारियाँ 1936 से ही राजयोग ध्याना भ्यास का प्रसार समाज में करती रही हैं . राजयोग एक मानसिक ध्यान का अभ्यास है जिससे अनेक रोगों से मुक्ति सहज ही होती है . आपने एक बहन की आप बीती बताई . कहा की उसको उसके भाई ने ही बलात्कार किया था . महिला उसके प्रति और संसार के प्रति घृणा से भर गई थी . इसके कारण अनेक बीमारियां उसको घर कर गयीं . उसको राज योग के अभ्यास के बारे में बताया गया . इस योग के अभ्यास से वह बीमारियों से मुक्त हुई . राज योग का अभ्यास मानसिक और शारीरिक बीमारियों से मुक्ति का सर्वोत्तम साधन है . इससे अभ्यास से आपकी अनेक शक्तियां बढ़ जाएंगी।
भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव डॉक्टर ए के पांडा ने कहा की सर्व प्रथम मैं आयोजकों को दिल से धन्यवाद दूंगा . आपने इतना सुन्दर आयोजन किया है यहां . आपने भाव विभोर होकर इस गीत की दो पंक्तियाँ गायी – मन तड़पत हरि दर्शन को आज ……, कहा की आपने यहां आज अनेक सुन्दर व्याख्यान सुने . सभी हरि दर्शन करवा रहे हैं .
भारत में बीमारियों से लड़ने के लिए सभी चिकित्सकों को मिलकर प्रयत्न करना होगा . स्थिति विस्फोटक है . जन जागरण की किरण फैलानी है . व्यक्तिगत कौशल के साथ साथ हमें सामूहिक प्रयासों के मैराथन भी आयोजित करने होंगे – बीमारियों से लड़ने के लिए . हमें काला हांड़ी और गढ़ चिरौली में खड़े उस अंतिम व्यक्ति के बारे में भी सोचना होगा . तभी हमारा ये सम्मेलन सफल होगा।
चिकित्सा प्रभाग के अध्यक्ष डॉक्टर अशोक मेहता ने कहा की आम तौर सम्मलेन एक प्रकार से मीटिंग हुआ करते हैं . मगर आने वाले 3 दिन में आपको ये महसूस करके आनंद मिलेगा की यह सम्मलेन काफी अलग और काफी सार गर्भित रहा आपके लिए। हम सभी अनेक बार यहां बाबा शब्द का उच्चारण करते नज़र आएंगे आपको . बाबा का अर्थ है परमात्मा शिव . परमात्मा शिव ने प्रजापिता ब्रह्मा के तन का आधार लिया है 1936 में . उनके माध्यम से परमात्मा हमें मुक्ति और जीवन मुक्ति की शिक्षा दे रहे हैं।
आध्यात्मिकता के आधार पर हम सकारात्मक स्वास्थय की स्थापना करते हैं लोगों में . आध्यात्मिकता का अर्थ हैं अपने लोगों के दिलों में सकारात्मक भावनाओं का संचार कर देना – अपने आचरण के द्वारा . चिकित्सकों के लिए यह काफी महत्व पूर्ण है . यह है दुआ . और दवा तो है ही . उसका परिणाम सफलता की रूप में आपके सामने आता रहेगा . यह जानना काफी जरूरी है की आप अपने मन का संचालन कर रहे हैं या आपका मन आपको संचालित कर रहा है ? मन को जानना और उसका नियंत्रण अपने हाथ में लेना – इसकी विधि आप यहां सीख लेंगे . मन जब आपका दोस्त बनेगा – आपकी समस्याएं समाप्त होंगी। मैं यह भी कहना चाहूँगा की ब्रह्मा कुमारीज दुनिया का सर्वोत्तम विद्यालय है सकारात्म चिंतन का . इसकी यह परिभाषा सही परिभाषा होगी।
ग्लोबल अस्पताल, आबू पर्वत के अधीक्षक डॉक्टर प्रताप मिड्ढा ने आज के अवसर पर कहा की चिकित्सा प्रभाग की स्थापना के पीछे ये लक्ष्य रहा की हम चिकित्सकों की सेवा कर सकें . दुनिया को स्वास्थ्य देने वाले चिकित्सक खुद के स्वास्थ्य का ख्याल कम रखते हैं . शारीरक , मानसिक और सामाजिक रूप से पूर्ण स्वस्थ होना ही स्वस्थ होना है . मानसिक स्वास्थय के लिए आध्यात्मिकता का सहयोग चाहिए ही चाहिए . आपकी उसी जरूरत को पूरा करने के लिए इस सम्मलेन का आयोजन किया गया है . निवेदन है की आने वाले 3 दिनों में आप इन सत्रों का पूरा लाभ लेंगे और अपने को पूर्णतः स्वस्थ बना लेंगे . आपको दवा और दुआ का कमाल दिखाना है . खुद पर और अपने मरीजों पर . चिकित्सा प्रभाग की संयुक्त सचिव डॉक्टर निरंजना ने सभी को अपनी शुभ कामना दी . कहा की यहां दी जा रही ज्ञान की बातें आपको अपने आप के करीब लाएंगी . यहां आपके द्वारा किया गया कोई संकल्प पूरा हो जायेगा . क्योंकि यहां की फ़िज़ा में सकारात्मकता लहरा रही है . इसका लाभ प्राप्त कर लें।