अदभुत यात्रा हैं जीवन, आशा और विश्वास के पहियों पर
चलें सफलता की यात्रा पर – ब्रह्माकुमार सुरेश भाई जी ।
समाज की सभी आवश्यक गतिविधियों को चलायमान रखने के साधन हैं -यातायात एवं परिवहन। चाहे खादय सामग्री हो चाहे यात्री अथवा अन्य सामग्रीयाॅ इन सभी को सुरक्षित एवं समय पर एक जगह से दूसरे जगह पहुॅचाने वाली सेवाओं का अपना महत्व हैं। यातायात एवं परिवहन की गतिविधियों से जुड़े व्यक्तियों के लिये इन सुविधाओं को समय पर प्रदान करना ही लक्ष्य होता हैं। संसाधनों की कमी, यात्रियों के व्यवहार एवं काम के असमान कार्य घण्टे जैसी बातें इनके जीवन में अनेकानेक समस्याएं लाती हैं, किन्तु समस्याओं के साथ सामंजस्य बना कर के कार्य करने और कुशलता पूर्वक अपने कर्तव्य को निभाने में राजयोग का प्रयोग अत्यंत लाभकारी होता हैं। उक्त विचारी ब्रह्माकुमार सुरेश शर्मा माऊन्ट आबू मुख्यालय संयोजक, यातायात एवं परिवहन प्रभाग ब्रह्माकुमारीज़ ने प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय कटंगा काॅलोनी सेवाकेन्द्र के द्वारा आयोजित एक दिवसीय यातायात एवं परिवहन राष्ट्रीय महासम्मेलन आशा एवं विश्वास के पहियों पर सफलता की यात्रा में व्यक्त कियें।
कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्जवलन कर के ए के तिवारी जी , जनरल मैनेजर, व्हीकल फैक्ट्री जबलपुर, रामतनु साहा जी, डायरेक्टर,एयरपोर्ट जबलपुर, डी पी एस राजपूत जी, एड एस पी, ट्रैफिक, जबलपुर,
ए के शुक्ला, वित्तीय सलाहकार, पश्चिम मध्य रेलवे जबलपुर, विजय कुमार तिवारी, डायरेक्टर टेकनिकल, म प्र पाॅवर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड, जबलपुर एवं सेवाकेन्द्र प्रभारी ब्र.कु.विमला बहन जी ने किया।
इस कार्यक्रम में रेलवे, सड़क परिवहन, हवाई परिवहन एवं पर्यटन सेवाओं से जुड़े लगभग 300 व्यक्तियों के सम्मिलित हुये। कार्यक्रम के अन्य वक्ता ब्रह्माकुमारी अनिता, इन्दौर जोनल संयोजक,यातायात एवं परिवहन प्रभाग ब्रह्माकुमारीज़ एवं ब्रह्माकुमारी कविता, मुम्बई ने अपने अनुभवी व्याख्यानों से उपस्थित लोगों को जीवन में सफलता के आवश्यक तरीके बतायें।
Mr. Glen Ticlo, Hon’ble Member of the Legislative Assembly of Goa, at the inaugural ceremony of the 8-day ‘Naari Divyatva Darshan Abhiyaan’ organized by the Brahma Kumaris unit of Goa.
The function was held at Ucassaim, Mapusa, in association with the local unit of Nari Shakti Kendra, on Sunday, 20th November.
Mr. Ticlo applauded the initiative taken up by the Brahma Kumaris towards spiritual empowerment of women. Addressing the gathering, he urged the women to realize their hidden potential in order to climb the ladder of success.
Ms. Darshana Karapurkar, President of the local unit of ‘Nari Shakti Kendra’ and B. K. Shobha bahen, incharge of the Goa unit of Brahma Kumaris also spoke on the occasion. The event was attended by around 300 members of various Self Help Groups.
Hon’ble B.D. Rathi ( Ex- Supereme Court Judge, MP) in Collectorate Jalore addressing Administrator & Judicial Wing on the Topic “NYAYIK SUDHAR AVAM AADHYATMIK JAGRUTI”.
Hon’ble B.D. Rathi ( Ex- Supereme Court Judge, MP) in Collectorate Jalore addressing Administrator & Judicial Wing on the Topic “NYAYIK SUDHAR AVAM AADHYATMIK JAGRUTI”.
This event consisted of a blend of panel discussions and self-reflection that enabled individuals discover their inner peace through positive thinking and meditation. The programme hosted eminent personalities like Ajinkya Rahane – International Cricketer and Vice-Captain of the Indian Cricket team, Dr. Shailesh Shrikhande – India’s renowned oncologist and Shashikiran Shetty – Founder and chairman of Allcargo Logistics, who shared their personal stories of having overcome crisis successfully.
सामाजिक सदभाव के लिए आध्यात्मिकता का मार्ग जरूरी-स्वामी याोगी अमरनाथ
संतों का आह्वान सर्वधर्मों के लोग मिलकर बनायें नया समाज
आबू रोड, 23 नवम्बर, निसं। समाज के सभी वर्गों के लोगों के सहयोग बिना एक बेहतर समाज की परिकल्पना कठिन है। सामाजिक सदभाव और शांति के लिए आध्यात्मिकता का मार्ग जरूरी है। इससे ही समाज में समरसता आयेगी। उक्त विचार इन सर्च ऑफ पीस फाउण्डेशन ऋषिकेश के संस्थापक स्वामी योगी अमरनाथ ने व्यक्त किये। वे ब्रह्माकुमारीज संस्था के शांतिवन में आयेाजित सर्व धर्म सम्मेलन में सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि भारत देश में जब भी कभी मूल्यों का संकट आया है तब संत महात्माओं ने आध्यात्मिक शक्ति से मुक्ति दिलाने का महान कार्य किया है। जिससे नये समाज की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। उन्होंने संतों महात्त्माओं से आह्वान किया कि सभी को मिलकर बुराईयों से मुक्त भारत का निर्माण करना चाहिए। जिसकी शुरूआत ब्रह्माकुमारीज संस्थान से प्रारम्भ हो गयी है।
ब्रह्माकुमारीज संस्था की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी जानकी ने कहा कि राजयोग और ध्यान मनुष्य को आध्यात्मिक उंचाईयों की ओर ले जाता है। यही एक रास्ता है जो परमात्मा के समीप ले जायेगा जहॉं से मनुष्य अपना भाग्य बना सकता है। वर्तमान समय समाज और दुनिया की हालत तेजी से बदल रही है। ऐसे में तेजी से हो रहे मूल्यों की गिरावट को रोकना समय की मांग है। ऐसे में जरूरी है कि हम अपनी आन्तरिक स्थिति को बढ़ायें। इसके लिए राजयोग से बेहतर दूसरा कोई उपाय नहीं है।
अखिल भारतीय साध्वी शक्ति परिषद दिल्ली की उपाध्यक्ष श्री महंत साध्वी विभानन्द गिरी ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज संस्थान में माताओं बहनों ने यह सिद्ध कर दिया है कि परमात्मा ने भारत माता और वन्देमातरम क्यों कहा था। क्योंकि माताओं-बहनों से ही परमात्मा नयी दुनिया बनाने का महान कार्य कर रहे हैं। ब्रह्माकुमारीज संस्था की अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी ह्दयमोहिनी ने कहा कि जब हम अपने आप को जानेंगे तभी परमात्मा को पहचानेंगे। बिना परमात्मा के पहचान के जीवन में सकारात्मक बदलाव नहीं आ सकता है।
बेलगॉम के श्री राजचोटेश्वर महास्वामी ने कहा कि विश्व में समस्त मानवजाति केवल मूल्यों से ही जानी जाती है। वह मूल्य सिर्फ परमात्मा ने ही दिया है। जिससे जीवन में मनुष्य बदलाव कर सकेंगे। ब्रह्माकुमारीज संस्था के महासचिव बीके निर्वेर ने कहा कि मनुष्य का जीवन महान कार्यों के लिए हुआ है इसलिए हमेशा श्रेष्ठ कर्म करना चाहिए।
कार्यक्रम में शांतिवन की कार्यक्रम प्रबन्धिका बीके मुन्नी, वेदान्ताचार्य सिद्धपीठ भरतपुर के डॉ स्वामी कौशल किशोरदस जी महाराज, प्रभाग के मुख्यालय संयोजक बीके रामनाथ, बीके मनोरमा समेत कई लोगों ने अपने अपने विचार व्यक्त किये।