Limca Book of Records Event to Welcome Dadi Ratanmohini ji at Narnaul (HR)
Limca Book of Records Event to Welcome Dadi Ratanmohini ji at Narnaul (HR)
नारनौल: परमात्मा द्वारा दी गई शिक्षा से जीवन को खुशनुमा बनाना बहुत सहज है। परमात्मा हमें आध्यात्मिक शक्तियों से सम्पन्न बनाकर श्रेष्ठ कर्म करना सिखाता है। माउण्ट आबू से पधारी ब्रह्माकुमारी संस्था की संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी ने प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा पुलिस लाईन ग्राउण्ड में आयोजित `खुशनुमा जीवन का पैगाम, आपके नाम’ विषय पर आयोजित विशाल कार्यक्रम में उमड़े जनसैलाब को सम्बोधित करते हुए आगे कहा कि वर्तमान समय में मानव अपने जीवन में तनाव और परेशानियों से बहुत दुखी व निराश है। ऐसे समय में खुद को आत्मा समझकर परमात्मा को याद करें तो स्वयं में दिव्य शक्ति भरेगी जिससे जीवन में खुशहाली की नई राह मिल सकती है। इसलिए स्वयं को और परमपिता परमात्मा को पहचानना जरूरी है। उन्होंने कहा कि परमात्मा की याद से मन को पवित्र एवं कर्मों को श्रेष्ठ बनाने की योग्यता आती है व मन की पवित्रता से सच्चे आनन्द का अनुभव करके जीवन को खुशनुमा बना सकते हैं।
ब्रह्माकुमारी॰ज द्वारा पुलिस लाईन ग्राउण्ड में आयोजित `खुशनुमा जीवन का पैगाम, आपके नाम’ कार्यक्रम में विशेष आकर्षण का केन्द्र थे 359 नन्हें `श्रीकृष्ण’। हरियाणा सरकार द्वारा आयोजित `गीता जयन्ति महोत्सव’ के अवसर पर ब्रह्माकुमारी॰ज के प्रयासों से बड़ी संख्या में श्रीकृष्ण की ड्रेस में बच्चे एकत्रित हुए। नारनौल और आसपास के कस्बों और गांवों से श्रीकृष्ण की ड्रेस में एकत्रित 359 बच्चे मानों सभा में उपस्थित 6000 लोगों को जीवन का आनन्द लेने के लिए प्रेरित कर रहे थे। इस आयोजन को लिम्का बुक ऑफ रिकार्डस में नाम दर्ज कराने के लिए पुणे से आये दीपक हरके ने सभी `श्रीकृष्ण’ बच्चों को मंच पर बुलाकर सभी को श्रीकृष्ण के साक्षात दर्शन कराए।
मुम्बई से पधारे जीवन प्रबंधन ट्रेनर स्वामीनाथन ने सभी को जीवन में खुश रहने के लिए तन और मन दोनों को स्वस्थ और सशक्त बनाने की टिप्स देते हुए कहा कि शरीर को शुद्ध भोजन और मन को शुद्ध विचारों की खुराक से स्वस्थ रखेंगे तो जीवन सदा खुशनुमा रह सकता है। ईलाहाबाद से पधारी बी. के. मनोरमा ने जीवन में खुशहाली के लिए दूसरों को देखने के बजाय स्वयं को देखने की सीख देते हुए कहा कि स्वयं को सुखी रखने के लिए अपने अन्दर छिपी हुई शक्तियों को जागृत करें। परमात्मा के साथ सम्बन्ध जोड़कर नियमित रूप से उसका ध्यान करें तो परमात्मा हमें इतना सम्पन्न बना देगा कि किसी चीज की कमी नहीं रहेगी और हम जीवन में खुश रह सकेंगे। उन्होंने सभी को राजयोग के अभ्यास द्वारा शांति की अनुभूति कराई।
मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए हरियाणा विधानसभा की डिप्टी स्पीकर बहन संतोष यादव ने कहा कि जीवन को खुशनुमा बनाने की कला सिखाने का कार्य तो यह महान और पवित्र आत्मायें ही कर सकती हैं। हम श्ुक्रगुजार हैं ब्रह्माकुमारी सेवाकेन्द्र की संचालिका रतन दीदी के जो इतना भव्य कार्यक्रम हमारे नारनौल में आयोजित किया है। मैं मानती हूँ कि अपने विचारों को शुद्ध बनाकर ही हम खुश रह सकते हैं और तनाव से मुक्त हो सकते हैं। फरीदाबाद से आयी बी.के. उषा ने सभी का स्वागत किया तथा नारनौल के विधायक ओमप्रकाश यादव ने दादी रतनमोहिनी जी को हर वर्ष आने का अनुरोध करते हुए सभी मेहमानों का तथा सभी नागरिकों का धन्यवाद किया।