INAUGURAL CEREMONY OF PRABHU UPAHAR RETREAT CENTRE (PURC)
Brahmapur (Odisha): The Prabhu Uphar Retreat Centre (PURC) Ramchandrapur, Brahmapur has been inaugurated by the Bro. Rajyogi Brijmohan Add.Sect.Geneal of BrahmaKumaris & Rajyogini BK. Asha Director of ORC Gurgaon on 21-12-2016. In addition to this Gyan Nidhi Bhawan for Bk Sister Residence, Gyan Smurti Bhawan New Retreat Participation ,Gyan Sudha Bhawan for Dinning Hall & Gyan Sidhu Bhawan which includes Meditation Hall Art Gallery Dormitory, Seminar Hall .Besides Prabhu Uphar Auditorium have been a capacity of 1500 persons having Light Sound arrangement with the facilitate of Translation 5 different language.
In this occasion a conference on God’s Wisdom for World Transformation in which as a chief Guest Bro. Pradeep Ku.Panigrahi, Minister of Higher education & science &Technology, Odisha. Honorable Guest Bro. Dr.Rajendra Pasad Dash Vice Chancellor,Berhampur university. Chief Guest said that in this Kaliyog world the great turmoil ,depression ,mental conflict,& evil sanskara has been increased to its maximum capacities. Only the power of the knowledge by revealed by Supreme Soul Shiva will solve all the above problems, V.C said the Education taught in present universities is not enough to control the face the day to day problems. Hence this Bk Universities can help in creating of better world through their spiritual teaching.
The key note speaker Rajyogi Bk Brij Moham Bhai has told the truth of who Am I& where I have come form and the difference between I & mine. Rajyogini Bk Asha blessed the audience and told to take the benefit of Spiritual teachings taught by this Reterat Cenetre from time by time.
दादी जानकी के 101 वर्ष होने पर समारोह, बड़ी संख्या में लोगों ने दी बधाई
आबू रोड, 2 जनवरी, निसं। मनुष्य का जीवन लम्बा हो या छोटा यदि वह दूसरों की सेवा में काम ना आये तो व्यर्थ है। दीर्घायु का मतलब ही है लोगों की सेवा करना, इससे व्यक्ति का तन और मन निरोगी बनता है। उक्त उद्गार ब्रह्माकुमारीज संस्था की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी जानकी ने व्यक्त किये।
दादी जानकी के 101 वर्ष पूर्ण होने आयोजित समारोह में देश और दुनिया से आये हजारों लोगों को सम्बोधित कर रही थी।
उन्होंने देश और दुनिया से आये हजारों लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मनुष्य को जीवन में हमेशा श्रेष्ठ कर्म करना चाहिए। क्योंकि इससे मनुष्य के जीवन में सर्वांगिण स्वास्थ्य बनता है। इससे मनुष्य की उम्र ही दीर्घायु होती है। राजयोग से जीवन में सुख और शांति का संचार होता है। जीवन को महान बनाना है तो आध्यात्मिक मूल्यों को अपनाना चाहिए।
संस्था की अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी ह्दयमोहिनी ने कहा कि दादी ने यह सिद्ध कर दिया कि राजयोग और आध्यात्मिक शक्ति से लम्बी उम्र होती है। प्राचीन काल में भी ऋषियों मुनियों ने भी अपने जीवन को महान और दीर्घायु बनाता है। परमात्मा हम सबका पिता है इसलिए इससे शक्ति लेनी चाहिए। दादी का जीवन हमेशा लोगों की सेवा में रहा। कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारीज संस्था के महासचिव बीके निर्वेर ने कहा कि दादी का जीवन नारियों के कल्याणअर्थ रहा। पूरे विश्व में दादी ने आध्यात्म और राजयोग का परचम फहराया है।
इस अवसर पर संस्था की संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी, अतिरिक्त महासचिव बीके बृजमोहन, कार्यकारी सचिव बीके मृत्युुंजय, सूचना निदेशक बीके करूणा समेत कई लोगों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए दादी को दीर्घायु होने की कामना की।
एक सौ एक फीट की माला: इस अवसर पर राजयोगिनी दादी जानकी जी को एक सौ एक फीट की लम्बी गुलाब की माला पहनायी। गयी जिसमें माहौल बिल्कुल भावपूर्ण हो गया।
During this car rally 150 programmes were organised in different industries, associations, companies, tea estates, training schools and other organisations. More than 5000 souls were given the godly message through car rally.
राजयोग और आध्यात्मिक ज्ञान से मिलेगी भय से मुक्ति-अग्रवाल
ब्रह्माकुमारीज मार्ग के उदघाटन समारोह
बिलासपुर, 25 दिसम्बर। मनुष्य के अन्दर सच्चे व्यक्तित्व का निर्माण ब्रह्माकुमारीज भारत सहित पूरे विश्व में कर रहा है। ब्रह्माकुमारीज मार्ग तो सरकार की ओर से एक छोटा प्रयास है इससे निश्चित तौर पर लोगों को बेहतर जीवन की प्रेरणा मिलेगी। उक्त उदगार छत्तीसगढ़ के कैबिनेटमंत्री अमर अग्रवाल ने व्यक्त किये। वे बड़ामलानी से सन सिटी तक जाने वाले ब्रह्माकुमारीज मार्ग के उदघाटन अवसर पर बोल रहे थे।
उन्होंनें कहा कि व्यक्ति आज किसी ना किसी वजह से डरा हुआ है। परन्तु उसका निदान किसी के पास नहीं है। ब्रह्माकुमारीज संस्थान में जो पिछले अस्सी वर्ष से जो राजयोग सीखाया जा रहा है उससे भय समेत मनोविकारों से मुक्ति मिल सकती है। भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में यह संस्था अनुकरणीय कार्य कर रही है।
ब्रह्माकुमारीज संस्थान के अन्तर्राष्ट्ीय मुख्यालय माउण्ट आबू के जनसम्पर्क अधिकारी तथा पीस ऑफ माइंड चैनल के सम्पादक बीके कोमल ने कहा कि आज जरुरत है कि राजयोग के जरिये आत्मा की बुराई को समाप्त किया जाये। आज अस्सी फीसदी बीमारियां मन से पैदा होती है इसलिए मन को सशक्त करने का कार्य राजयोग करता है। प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में राजयोग से अपने मनोविकरों को मुक्त करना चाहिए।
कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारीज संस्था शुभम विहार की प्रभारी बीके सविता ने इंदौर जोन के पूर्व निदेशक बीके ओम प्रकाश के पहले पुण्य तिथि पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भाईजी का सपना था
कि बिलासपुर में ऐसे आयाम स्थापित हो जिससे लोगों को सहज ही परमात्मा की याद आये। आज वह साकार हो रहा है। इस अवसर पर माउण्ट आबू से विज्ञान एवं अभियन्ता प्रभाग के कार्यकारी सदस्य बीके कीर्ति ने प्रेरणा देते हुए सभी अतिथियों का धन्यवाद किया तथा लोगों से आह्वान किया
कि वे राजयोग सीखकर जीवन को श्रेष्ठ बनायें।
विश्व शान्ति के लिए ब्रह्माकुमारी संस्थान का प्रयास सराहनीय… डाॅ. नरेन्द्र धाकड़
इन्दौर, 25 दिसम्बर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ. नरेन्द्र कुमार धाकड़ ने कहा कि वर्तमान समय पूरे देश में अशान्ति और अव्यवस्था व्याप्त है। ऐसे समय में विश्व शान्ति के लिए ब्रह्माकुमारी संस्थान का प्रयास अत्यन्त सराहनीय है।
डाॅ. नरेन्द्र धाकड़ प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के इन्दौर जोन के संस्थापक ब्रह्माकुमार ओमप्रकाश भाईजी की प्रथम पुण्यतिथि पर ज्ञान शिखर भवन न्यू पलासिया में आयोजित स्मरणाजंलि में बोल रहे थे। उन्होंने भाईजी का स्मरण करते हुए कहा कि उनके मागदर्शन में ब्रह्माकुमारी संस्थान ने बहुत तरक्की की है। इस संस्थान के माध्यम से उन्होंने समाज की भलाई के लिए अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया। उनके ही प्रयासों से मैंने माउण्ट आबू में जाकर देखा कि कैसे वहाॅं पर बिना किसी नियंत्रण के स्व अनुशासित ढंग से व्यवस्था का संचालन किया जाता है। ऐसी सुन्दर व्यवस्था पूरे देश में हो जाए तो हम देश का विकास कर सकते हैं। जो शिक्षा भाईजी ने अपने जीवन से दिया है, उस पर चलना ही उन्हें सच्ची श्रद्धाजंलि होगी।
माउण्ट आबू से आए मीडिया प्रभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्रह्माकुमार करूणा ने कहा कि ओमप्रकाश भाई जी ने इन्दौर में जो साधना की है, उसका लाभ हम लोग ले रहे हैं। ऐसा लगता है कि भाई जी का जन्म ही ब्रह्माकुमारी संस्थान के लिए हुआ था। उन्होंने कहा कि ईश्वर की पहचान न होने के कारण विश्व में अनेक समस्याएॅं पैदा हो रही हैं। परमात्मा ने कहा है कि विश्व का परिवर्तन नारी शक्ति के द्वारा ही होगा। भाई जी ने अकेले दो हजार से ज्यादा बाल ब्रह्मचारी तपस्वी बहनों को इस कार्य के लिए तैयार किया, जो कि बहुत बड़ी उपलब्धि है।
मुम्बई से पधारी उद्योग एवं व्यापार प्रभाग की राष्ट्रीय समन्वयक ब्रह्माकुमारी योगिनी दीदी ने कहा कि दुनिया में करोड़ों लोग पैदा होते हैं किन्तु उनमें कुछ लोग ही ऐसे होते हैं जो कि अपने श्रेष्ठ कार्यों से अपना नाम अमर कर जाते हैं। भाई जी ऐसे ही महान विभूति थे। उनके हर कार्य में परिपूर्णता दिखाई देती थी।
ब्रह्माकुमारी संस्थान के कार्यकारी सचिव ब्रह्माकुमार मृत्युजंय ने कहा कि ओमप्रकाश भाई जी जीवन अत्यन्त प्रेरणादायी था। उनका व्यक्तित्व इतना चुम्बकीय था कि वह अपने सम्पर्क में आने वालों को अपना बना लेते थे। वह दूरदर्शी व्यक्ति थे उन्होंने शक्तिनिकेतन छात्रावास की स्थापना कर अनेक छात्राओं का जीवन श्रेष्ठ बनाने का कार्य किया। उनके कदम से कदम मिलाकर चलें तो हम भी अपना जीवन श्रेष्ठ बना सकते हैं।
प्रारम्भ में दिव्य जीवन कन्या छात्रावास की नन्ही बालिकाओं ने ब्रह्माकुमार ओमप्रकाश भाईजी के जीवन एवं कृतित्व पर आधारित बहुत ही भावपूर्ण नृत्य नाटिका प्रस्तुत कर सबको झकझोर दिया। नृत्यनाटिका के बीच-बीच में बालिकाओं द्वारा प्रस्तुत आकर्षक नृत्य ने सबको बार-बार ताली बजाने पर मजबूर कर दिया। समारोह में दुर्ग छत्तीसगढ़ से आए युगरत्न भाई ने सुमधुर गीत गाकर भावविभोर कर दिया। समारोह में पूर्व महापौर श्रीमती उमा शशि शर्मा, पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष कृपा शंकर शुक्ल, क्षेत्रीय निदेशिका ब्रह्माकुमारी कमला दीदी, ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी और वरिष्ठ पत्रकार कमल दीक्षित ने भी अपने विचार रखे। संचालन ब्रह्माकुमारी अनीता दीदी ने किया। इस अवसर पर ब्रह्माकुमार ओमप्रकाश भाईजी के सम्पर्क में आए लोगों के अनुभवों पर आधारित संस्मरण नामक स्मारिका एवं कैलेण्डर का अतिथियों द्वारा विमोचन किया गया।