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New Mumbai:Grand Program on Golden Age by God’s Wisdom

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प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्व​​रीय विश्व विद्यालय द्वारा दिनांक २३ अक्टूबर २०१६, शाम ६ बजे एक विशाल आध्यात्मिक कार्यक्रम का आयोजन, एक्शिबिशन मैदान, सेक्टर १३, मोराज रेसीड़ेंसी के सामने, पाम बिच रोड के भव्य प्रांगण में संपन्न हुआ | इस कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी संस्था के महाराष्ट्र व् आंध्रप्रदेश की ज़ोन इंचार्ज राजयोगिनी संतोष दीदीजी, ब्रह्माकुमारी शीला दीदी (आत्मचिंतन भवन – वाशी सेवा केंद्र संचालिका), आ. भ्राता सुधाकर सोनावनेजी (महापोर नवी मुंबई महा नगर पालिका), आ. भ्राता संदीप नाएकजी (आमदार – ऐरोली विधान सभा मतदार संघ), आ. भ्राता नरेन्द्र पाटिल जी (आमदार विधान सभा परिषद् सदस्य), आ. भ्राता प्रकाश मोरेजी (नगर सेवक), आ. भ्राता राजीव कुमार सिंहजी (मैनेजिंग डायरेक्टर – सेम्पो इन्शुरन्स कंपनी), डॉ. रतन राठोड जी (कार्डियोलोजिस्ट), आ. शिल्पा मोरेजी (माजी नगर सेविका) एवं संस्था के अन्य शहेरो की सेवास्थानो को इंचार्ज ब्रह्माकुमारी दिदियाँ उपस्थित थी |

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इस कार्यक्रम में शहर के सेंकडो गणमान्य अतिथि एवं हजार भाई बहेने उपस्थित थे |

कार्यक्रम में सर्व प्रथम ब.कु. शीला दीदी (आत्मचिंतन भवन – वाशी सेवा केंद्र संचालिका) ने सर्व अतिथियों का स्वागत किया | सायन से पधारी ब.कु. माला दीदी ने संस्था का परिचय कराया, उसके पश्चात,

दीप प्रजव्लन करके संस्था की महाराष्ट्र व् आंध्रप्रदेश विभाग प्रमुख ने अपने व्यक्तव्य में कहा की, “आज मानव में दिव्य गुण लोप हो गये है | आज चारो और अज्ञान अन्धकार छाया हुआ है, और रात के बाद दिन और अति के बाद अंत, इस नियम अनुसार इस घोर कलियुगी दुनिया के बाद सतयुगी स्वर्णिम संसार आनेवाला है | उसके लिए ज्ञानसूर्य परमपिता शिव परमात्मा इस भारत भूमि पर अवतरित हुए है, प्रजापिता ब्रह्मा के साधारण मानवी तन में प्रतिष्ठ होकर के सृष्टि परिवर्तन का कार्य कर रहे हे | इसलिए अब दिव्य नेत्र से उसे पहचान, उसके द्वारा दिए हुए ज्ञान को श्रवण कर अपने वर्तमान को सफल कर और भविष्य उज्वल करे |”

आदरणीय बहन वृषाली ने संस्था की प्रशंसा की और कहा की, “माउंट आबू (संस्था के मुख्यालय ) की यात्रा हमारी आत्मा को चार्ज करती है |”

आदरणीय भ्राता संदीप नाइक ने कहा की, “नई मुंबई में सुख शांति बनाए रखने के ल्क्ये संस्था का बड़ा योगदान है | यह संस्था बेहद सेवा के लिए समर्पित है | इससे जुड़े लोगो का आचरण श्रेष्ठ और पवित्र होता जाता है | उन्होंने अपनी लौकिक माता का उदहारण देते हुए कहा की, जब से वह इस संस्था से जुडी है, तब से घर का माहोल ही बदल गया है | घर में जैसे स्वर्ग की भासना आती है | एसे सभी लोग इससे जुड़े और अपने घर को सुख और शांति पूर्ण बनाए एसा आवाहन उन्होंने सभी श्रोता ओ से किया |”
आदरणीय भ्राता नरेन्द्र पाटिल ने भी संस्था की खूब प्रशंसा की, और कहा की, “संस्था का मुख्यालय अध्यात्म और विज्ञान का सुन्दर समन्वय है |”

आदरणीय भ्राता सुधाकर सोनावनेने कहा की, “यह संस्था शांति स्थापना का कार्य कर रही है | संस्था से जब बहेने राखी बांधने आती है तब, शांति और पवित्रता का संदेशा मिल जाता है | साथमे वरदान देकर एक साल के लिए अच्छाई के लिए प्रेरित करते रहेते है |”