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It is the matter of great pleasure that a grand Programe on Geeta Gyan and Spiritual Significance of Gita ” Gita Fest- 2015″ was held at Lal pared Ground Bhopal during 24 to 26 April’2015. The Programme was organised in very large scale. The program was conducted in different sessions during the three days. Spiritual material, literatures, audio-visuals were displayed by means of various attractive stalls. Geeta Gyan were also displayed by means of exhibitions by various religious and spiritual organisations.
 
The Program was organised by Shri Narmadehar Seva Nyas and supported by various organisations like: – MP Toursim, Makhanlal Chaturvedi University of Journalism and Communication, Department of Culture M. P. Govt., Rajiv Gandhi Prodogiki Vishwavidyalaya, Bhopal, Centre for Research and Industrial Staff Performance(CRISP).
The Programe was participated by leading religious and Spiritual and other Organisation like: Gayatri Pariwar, ISKON, Brahma Kumaris, OSHO, Chinmaya Mission, Gita Jayanti Singapore, Shri Arbindo Society, Maharshi Mahesh Yogi, Simhastha-2016 etc. 
 
B. K. Avdhesh Didi, Bhopal were specially Invited to deliver the speech on Geeta Gyan and Spiritual Significance of Geeta during the second Day on 25th April 2015 (After Noon Session).
During session Following personalities delivered the lecture on the topic ” Geeta Gyan”
 
1. Sh. Shivraj Singh Chouhan, Chief Minister of M.P.
2. Sh. Satya Nararayan Jatiya, M.P. (Rajya Sabha)
3. Sh. Piyush Trivedi, Vice Chancellor, Rajiv Gandhi Technology University, Bhopal
4.  Sh. Alok Sanjar, Member of Parliament from Bhopal
5. Sh. Prabhu Dayal Mishra, Head Shri Narmadehar Sewa Nyas.

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Inaugurating  on 17th April 2015 Holistic approach to  “GOOD BYE DIABETES “  by  Mr Ran Dhani Singh Health Minister Bihar Govt. ,BK Dr Shrimant Shahoo Munt Abu, BK Sangeeta Behn at Patna Bihar.

 

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नई दिल्ली, 20 अप्रैलः ब्रह्माकुमारीज़ संस्था द्वारा ग्रीन पार्क, आर्य समाज मंदिर नारायण सभागार में ‘‘खुशी के खजाने‘‘ विषय पर कल एक संगोष्ठी का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में संस्था के वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका ब0 कु0 शिवानी बहन ने सभा को संबोधित किया।

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बहन शिवानी ने सभी का अभिनन्दन करते हुए कहा कि चैक कर अपने जीवन को देखे सारा दिन में ऐसा अनुभव होता है कि चाहिए था कुछ और मिला कुछ। खुशी सभी को चाहीए, खुशी अनुभव करना चाहते हैं, सुख चाहिए, प्यार चाहिए, लेकिन सारा दिन में ऐसा अनुभव होता है कि चाहिए था कुछ और मिला कुछ। 

सभी ने अपने 2 चैकिंग किया। अधिकतर ने उत्तर दिए कि जो भी कुछ करते हैं हमें हमारे कार्योे से पूर्णतया संतुष्टी नहीं मिलती। एक मिनट सभी को अपने आज के गुस्से के समय अपने को क्या-2 अनुभव हुआ विज्यूवलाईज करने के लिए कहा …….. देखा कि प्यार से बोलने से काम नहीं होता देखकर हम गुस्सा करते हैं और यह आदत हो जाती है। कभी 2 तो बिना बात के भी गुस्सा आ जाता है। और कालानांतर में हम अपनी खुशी से दूर होते गए और जो हम चाहते थे उसी से दूर होते गऐ, बहन शिवानी ने कहा ।

ब0 कु0 शिवानी ने आगे कहा कि हम अपने बच्चों को उनके भले की बात कहते हैं फिर भी वह नहीं मानते। घंटों तक दिनों तथा सालों भर फिर भी नहीं समझ आता। ये समझना जरूरी है कि सामने वाला किस नजरिये से ठीक है। ये जानना जरूरी है कि हमें एक दूसरे कि सोच को रिजेक्ट क्यों करते हैं। आज यहां से ये मंत्र लेकर जाना है दोनों ही ठीक होते हैं। फादर चाहता है कि मैं बेटे के लिए ड्राईवर रख दूं बेटा चाहता है कि मैं खुद ड्राईव करूं तो कौन ठीक है। दोनों ही अपने अपने नजरिये से ठीक हैं।

‘‘हम सिर्फ अपना ओपिनीयन दें और सामने वाले पर छोड़ दें। जितना हम औरों  को कन्ट्रोल करेने की कोशीश करेगें उतना-उतना आउट आफ कन्ट्रोल राजयोग माना अपना मन बुद्धि अपने विचारों पर कन्ट्रोल । जितना अपने मन पर कन्ट्रोल उतना दूसरों पर कन्ट्रोल हो जाती है। किसी की कोइ एक आदत देखें जो हमें इरिटेट करती है। जैसे जब कोई झूठ बोलेगा ………..तो सोचना है कि सबके अपने 2 संस्कार हैं।  इसलिए एक दूसरे को इम्पावर करना है। इम्पावरिगं करें रिस्पेक्ट दें, कन्ट्रोल नहीं करें। स्वीकार करना ही रिस्पेक्ट है। और दूसरों को इम्पावर करने से पहले स्वंय को इम्पावर करना राजयोग मेडिटेसन सिखाता है।‘‘

बहन शिवानी बताया और कहा कि घर में यदि एक भी राजयोग मेडिटेसन करता है तो उसका प्रभाव सारे घर पर होता है। इससे सभी की आत्मा रूपी बैटरी रिर्चाज होती है। फिर  कुछ समय गाईडेड मेडिटेसन करायी।

नवरात्री का उहादरण देकर शिवानी ने बताया कि यदि कोई चीज सात्विक है प्योर है तो नौ दिन क्यों हर दिन क्यों नहीं? एक गृहणी का उदाहरण देकर समझाया कि वह सभी काम करते हुए भी अपने बच्चे को भी संभालती है। बीच बीच में एक 2 मिनट में बच्चे को भी देखती रहती है। ऐसे ही अपने विचारों को देखना उन्हें सम्भालना ही राजयोग मेडिटेसन है। फिर अन्त में कुछ समय के लिए सभी को गाईडेड राजयोग मेडिटेसन का अभ्यास कराया। इस प्रकार इस खूबसूरत आयोजन समपन्न हुआ।

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केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजु ने ज्ञान सरोवर में सुरक्षा प्रभाग के सम्मलेन का उद्घाटन किया

सशस्त्र बल के जवानों के लिए तनावमुक्त कार्यक्रम में बोले केन्द्रिय गृहराज्यमंत्री

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माउण्ट आबू। १८ अपे्रल। केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजु ने कहा कि जम्मू कश्मीर के हालात पर बोलते हुए कहा कि कोई भी यदि कानून का उल्लंघन करता है। उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी। भारत की धरती पर पाकिस्तान का झंडा लेकर प्रदर्शन करना सरासर कानून का उल्लंघन है। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी। वे शनिवार को प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के ज्ञान सरोवर अकादमी परिसर में राज्य पुलिस और सशस्त्र बलों के वरिष्ठ अधिकारियों के लिए आयोजित प्रेरणादायक नेतृत्व वार्ता समारोह को संबोधित करते हुए कही।

उन्होंने कहा कि देश के हर नागरिक की प्रतिष्ठा की रक्षा करना ही सुरक्षा बलों की प्राथमिकता है। अध्यात्मिकता के जरिए मानसिक रूप से कार्य करने की क्षमता बढ़ती है। जिससे विपरीत परिस्थितियों में भी लंबे समय तक कोई भी कार्य सुचारू रूप से करना संभव है। जनता को सेना के जवानों की परिस्थितियों को समझना चाहिए। जो विभिन्न त्यौहारों पर अपने परिवार से दूर रहकर भी जनता की सुरक्षा को शांति व कानून व्यवस्था बनाए रखने में तत्पर रहते हैं। राजयोग से मन की  अध्यात्मिक ऊर्जा जागृत होने से कार्य करने की क्षमता व आपसी सौहार्द की भावनाओं को बल मिलता है।

ब्रह्माकुमारी संगठन की संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी ने कहा कि स्वयं को बुराईयों से सुरक्षित रखने की सबसे बड़ी चुनौती से निपटने को अध्यात्म की गहराई में जाना अनिवार्य है। जब तक स्वयं को मन से सकारात्मक बदलाव के लिए प्रेरित नहीं किया जाता तब तक बाहरी सुरक्षा की सफलता में भी कठिनतम चुनौतियों का सामना करने को विवश होना पड़ता है।

गुजरात सरकार की अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्रीमती मीरा रामनिवास
ने कहा कि अध्यात्ममय अंतप्रेरणा से बड़े-बड़े कार्य भी सहज हो जाते हैं। कोई व्यक्ति स्वंय में सर्वगुण संपन्न नहीं हो सकता इसीलिए वही व्यक्ति अपने क्षेत्र में कुशलतापूर्वक सफलता की सभी बुलन्दियों को पार कर पाता है जो स्वंय को हर परिस्थिति मे जिज्ञासु की भूमिका में स्थापित करने का अभयस्त हो।

सुरक्षा प्रभाग की राष्ट्रीय संयोजिका राजयोगिनी बी. के. शुक्ला बहन ने कहा कि  शान्ति, सुरक्षा व कानून व्यवस्था को सुचारू बनाये जाने के अहम दायित्व को निभाने के लिए धैर्य, साहस व कुशलतापूर्वक निर्वहन करने की जरूरत होती है।

प्रभाग अध्यक्ष अशोक गाबा ने कहा कि संस्कृति, सभ्यता व उनकी परंपराओं का पूर्ण रूप से आदर करते हुए कानून के दायरे में रहकर अपनी तैनाती के  उदेश्य के साथ सुरक्षा कर्तव्यों का निर्वहन कर देश को प्रगति के पथ पर आगे बढ़ाने में मनोबल की अहम जरूरत होती है। जिसके लिए राजयोग का अभ्यास हर परिस्थिति में मन को सशक्त बनाए रखने में सक्षम है। कर्नल बी.सी. सती, कर्नल शिव सिंह ने भी जीवनशैली में अध्यात्म के विभिन्न बिदुंओं का सहज रूप से समावेश करने पर प्रकाश डाला।

इससे पूर्व केन्द्रीय मंत्री किरण रिजिजु के माउट आबू पहुंचने पर पोलोग्राउंड स्थित हेलीपैड पर केरिपुबल निदेशक पुलिस महानिरीक्षक बी.एस. चौहान, उपखंड अधिकारी एच. गुईटे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती निर्मला विश्नोई, पुलिस उपअधीक्षक प्रीति कंकाणी, पालिका अध्यक्ष सुरेश थिंगर, कर्नल बीसी सती, बी. के. अशोक गाबा, बी. के. धर्मपाल सहित बड़ी संख्या में अधिकारियों व नागरिकों ने फूलमालाओं से उनका स्वागत किया। जहां से वे सीधे ही ब्रह्माकुमारी संगठन के ज्ञानसरोवर अकादमी परिसर में पहुंचे। जहां कर्नल जितेंद्र ङ्क्षसह, राजयोगिनी बी. के. शुक्ला बहन, संस्थान के वरिष्ठ सदस्यों ने उनका स्वागत किया। पुलिस की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।