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The main programme was a Conference on ‘Creating a Culture of Safe Driving through Self-Transformation’ which was held at Serge Constantin Theatre, Vacoas, Mauritius on Monday 5 October 2015 and was graced by the presence of Hon. Santaram Baboo – Minister of Art & Culture, Govt. of Mauritius; His Worship the Mayor Mr. Navin Ramsoondar – Vacoas/Phoenix; Mr Dharamdeo Nathoo – Asst. Director, Traffic Management & Road Safety Unit; Mr Ashok Matar – Chief Police Inspector Traffic Branch, Police HQ and BK Divyaprabha – National Coordinator, Transport Wing, Brahma Kumaris.

Celestial Artists Group presented a beautiful song on importance of Road Safety in local language – Creol, BK Kavita from Borivali, Mumbai spoke regarding the Road Safety project in the UN context, BK Pradeep from Curepipe, Mauritius shared the local services for Road Safety, while Arshika, a student read out the UN Child Declaration for Road Safety. Bro. E.V. Gireesh explained the importance of and techniques of self transformation for road safety. BK Dave was the MC for the evening and the programme was covered by local media.

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दिनांक 05 अक्टूबर, 2015 को प्रातः 11ः00 बजे ब्रह्माकुमारीज ओम्षांति सरोवर, मुंगेली रोड उसलापुर, बिलासपुर में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईष्वरीय विष्व विद्यालय माउण्ट आबू राजस्थान के ग्राम विकास प्रभाग द्वारा ‘‘स्वच्छ स्वर्णिम सषक्त भारत र्निमाण के लिये अखिल भारतीय किसान सषक्तिकरण अभियान’’ का उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया था जिसमें माननीय मंत्री छ.गषासन खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग माननीय पून्नूलाल मोहले जी के मुख्य आतिथ्य एवं  अंतर्राष्ट्रीय मुख्यालय माउण्ट आबू (राजस्थान) पधारे ग्राम विकास प्रभाग के मुख्य संयोजक भ्राता ब्र.कु.राजू भाई, कृषि महाविद्यालय बिलासपुर के डीन श्री सीताराम पटेल जी, नाबार्ड बैंक के प्रबंध कमल पटनायक जी के विशिष्ट आतिथ्य में सम्पन्न हुआ ।   
 
माउण्ट आबू से पधारे भ्राता ब्र.कु.राजू भाई द्वारा अपने सम्बोधन में अभियान का उद्देष्य स्पष्ट करते हुए बताया कि जबकि देश की अर्थ व्यवस्था कृृषि पर आधारित है, कृषक जो सब को वस्त्र पहनाता है अन्न उत्पदान करके भोजन उपलब्ध कराता है देश की अर्थ व्यवस्था के उन्यन मे भागीदार होता है, आज उसके पास वस्त्र, अन्न उपलब्ध नही है, आर्थिक रूप से वह कमजोर है। इसका मूल कारण किसान मानसिक, आर्थिक रूप से सशक्त नही है, किसानों को सशक्त करने के लिए प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईष्वरीय विष्व विद्यालय तथा उसकी सहयोगी संस्था राजयोग एज्युकेषन एण्ड रीसर्च फाउण्डेषन के ग्राम विकास प्रभाग द्वारा ‘‘अखिल भारतीय किसान सषक्तिकरण अभियान’’ चला जा रहा है। 
 
इस अभियान के मुख्य संयोजक भ्राता राजू ने बताया कि सांईस के साथ साईलेंस की शक्ति का उपयोग करते हुए किसानों को पारम्परिक शाष्वत यौगिक खेती हेतु प्रषिक्षित किया जाना इस अभियान का लक्ष्य है। उनके द्वारा किसानों को बीज उपचार की विधि बताते हुए कहा गया कि 03 दिनों तक बीजो को सकारात्मक दृष्टि देने से बीजों में 98 प्रतिशत तक फसल मंे कीट व्याधि से रक्षा होती है। किसानों को शुभ विचारों एवं भावनाओं से खाद्यान्न उत्पादन करने के लिए इस अभियान के माध्यम से गॉव गॉव में प्रदशर्नी लगाकर खेती की यौगिक विधियों पर प्रशिक्षण दिया जाना बताया गया । आध्यात्मिक उर्जायुक्त युक्त बीजारोपण सकारात्मक, पवित्र एवं उल्लासपूर्ण वातारण में किये जाने पर बीजों की उत्पदन क्षमता एवं पौष्टिकता में आश्चर्यजनक रूप से वृद्धि देखी गई हैं। खेती की लागत कम कर कृषकों के आर्थिक बोझ से निवृत्त करने में खेती की यह तकनीक कारगर सिद्ध हो रही है। राजू भाई साईलेंस का उदाहरण देकर समझाया कि पवित्र आध्यात्मिक वातारण का असर से हिंसक प्रकृति का पशु पर भी होता है ऐसे सानिध्य में वह अपनी हिंसा का त्याग कर देता है। 
 
इस सभा को माननीय मंत्री छ.ग.शासन पुन्नूलाल मोहले एवं कृषि महाविद्यालय बिलासपुर के डीन श्री सीताराम पटेलजी द्वारा भी सम्बोधित किया गया। नाबार्ड बैंक के जिला प्रबंधक श्री कमल पटनायक द्वारा अपने सम्बोधन में छत्तीसगढ में कृषकों का संगठन तैयार कर उन्हें विकास कार्य से जोडने एवं जैविक खेती को बढ़ावा देने का विचार रखा । कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठता श्री पटेल जी के द्वारा बताया गया कि कृषि विश्वविद्यालय मधुमेह के लिए उपयोगी धान किस्म आयरन एवं जिंक के गुणों से भरपूर किस्म जो कुपोषण दूर करने में सहायक है साथ ही कृषको के कार्यो पर अनुसंधान कर किसानों के हितो को ध्यान में रखते हुए काम कर रहे हैं । कृषि महाविद्यालय के छात्र छात्राएॅ बिल्हा विकास खण्ड के ग्राम सेमरा में किसानों के खेतों पर जीवामृत, पंचगव्य आदि विधि का प्रदर्शन कर जानकारी दे रहें है।
 
इस अवसर पर तखतपुर विकास खण्ड के किसान श्री राम कुमार भाई द्वारा खेती में 07 वर्षो से 30 एकड धान की खेती में कीट बीमारी के रोकथाम हेतु किये जा रहे योग के प्रयोग के संबंध में जानकारी साझा की गई । यह अभियान तखतपुर ब्लाक के अधिकांष ग्रामों में चलाया जायेगा। इस दौरान ग्राम अधिकारी सरपंच, सचिव एवं किसानों को आहूत कर उन्हें राजयोगी भाई बहनें किसान सषक्तिकरण का व्यवहारिक ज्ञान एवं प्रषिक्षण देंगे तथा पारम्परिक शाष्वत यौगिक खेती के संबंध में जानकारी दी जावेगी। इस कार्यक्रम में सरकार द्वारा किसानों को दी जा रही सुविधाओं की जानकारी एवं उन्हें प्राप्त करने में सहयोग प्रदान करने की दिषा में भी पहल की जायेगी। 

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आबू रोड, 5 अक्टूबर, निसं। भारत देश पूरे विश्व में पारिवारिक मूल्यों, सदभावना और आपसी भाईचारे के लिए जाना जाता है। हमारे देश की पवित्र गंगा नदी का महत्व नदी नहीं बल्कि एक मॉं के रूप में है। इस पवित्र गंगा नदी को भी स्वच्छ एवं साफ बनाये रखने का हम सबका दायित्व है। उक्त उदगार राष्ट्रीय गंगा नदी प्राधिकरण के सदस्य डा मोहन सिंह रावत ने व्यक्त किये। वे ब्रह्माकुमारीज संस्थान के शांतिवन में मल्टी डिस्प्लीनरी अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन अवसर पर बोल रहे थे। 
उन्होंने कहा कि हमें केवल आस पास की गन्दगी को ही दूर करना नहीं बल्कि जलाशयों, पवित्र नदी गंगा की भी स्वच्छता बनाये रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। पूरे विश्व में केवल गंगा नदी है ऐसी नदी है जिन्हें मॉं की उपाधि मिली हुई है। ऐसी धरोहर को संजाये रखने के लिए एक दूसरे को प्रेरित करना चाहिए। ब्रह्माकुमारीज संस्थान में हर एक चीज में इसका स्पष्ट संदेश हैं। 
फरीदाबाद विश्वविद्यालय की अध्यक्ष कान्ता शर्मा ने कहा कि शिक्षकों एवं शिक्षार्थियों के बीच मूल्यों का तेजी से पतन हो रहा है। ऐसे में मनुष्य का किसी भी तरह का विकास अधूरा है। यदि तकनिकी विकास की चाह में हम मूल्यों को दरकिनार करेंगे तो इसका गम्भीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे यह सम्मेलन एक ऐतिहासिक है। भारत स्काउट गाइड के पंजाब के आयुक्त डा साधू सिंह रांधवा ने कहा कि अनुशासन और मूल्य एक दूसरे के पूरक है। बिना मूल्यों के अनुशासन नहीं आ सकता है। इसलिए इस परिसर में मूल्य के साथ अनुशासन दोनो ही विद्ययमान है। 
ब्रह्माकुमारीज संस्था के सूचना निदेशक बीके करूणा ने कहा कि जीवन में हमेशा सुख शांति का संचार होता रहे यह आज के समय के लिए बहुत जरूरी है। जब-जब हमारे देश में मूल्यों का अकाल पड़ा है तब परिस्थितियों ने भयंकर रूप अख्तियार कर लिया है। अब वापस समय की मांग है कि मूल्यों को बढ़ाने का प्रयास किया जाये।
सिद्धी विनायक ग्रुप के अहमदाबाद के चेयरमैन मुकेश भाई पटेल ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में इस तरह के सम्मेलनों में आना इस बात का प्रमाण है कि उनके जीवन में अब शांति और सुख की प्यास बढ़ गयी है जो यहॉं आकर पूरी हो रही है। उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायधीश सज्जन ंिसह कोठारी ने कहा कि बेहतर न्यायिक प्रक्रिया के लिए भी मूल्यों की जरूरत है। इसलिए जीवन का अंग बनायें।
सम्मेलन में विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण मध्य प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष जयसिंह कुशवाहा, जन  जागृति विचार मंच गुजरात के अध्यक्ष डा महेन्द्र सिंह चौहान समेत कई लोगों ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम में हैदराबाद की बीके अंजलि, प्रशासक प्रभाग के मुख्यालय संयोजक बीके हरीश समेत कई लोगों ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किये। इससे पश्चात सम्मेलन का समापन हो गया। 

 

 

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26 सितम्बर’2015 प्रातः 11 बजे  शांति सरोवर, बरनाला रोड, सिरसा पर मीडियाकमिर्ययों के लिए ‘‘विनिंग द गेम ऑफ माइंड’’ विषय पर सेमीनार का आयोजन किया गया जिसके अन्तर्गत ब्रह्माकुमारीज़ के मुख्यालय माउंट आबू से पधारे ब्रह्माकुमार शक्तिराज सिंह जी ने माइंड में चलने वाले विचारों के खेल को समझने और उनको नियंत्रित करते हुए जीवन में जीत हासिल करने के टिप्स बताए।
इस मौके कुरुक्षेत्र से विशेष तौर पर पधारे भ्राता आर के सैनी जी, ज्वायंट एक्साइस एण्ड टैक्शेसन कमिश्नर, अपील्स, अम्बाला ने भी राजयोगा मेडिटेशन के निरन्तर अभ्यास से अपने निजी जीवन में आए परिवर्तन को साझा किया ।
ब्र.कु. बिन्दू बहन जी ने सभी मीडियाकर्मियों का अभिवादन किया।  इस मौके पर इलैक्ट्रानिक मीडिया तथा प्रिंट मीडिया के वरिष्ठ पत्रकारों ने भाग लिया। टोटल टी.वी, हरियाणा फोकस, एम एच वन, डी डी नैशलन, जनता टी.वी., के अधिकारी, नैशनल समाचार पत्र तथा स्थानीय समाचार पत्रों के एडिटर तथा सम्पादक भी विशेष तौर पर उपस्थित हुए।

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स्वस्थ एवं स्वच्छ भारत के लिए सबकी भागीदारी जरूरी – देवासी
अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में जुटे कई देशों के प्रतिनिधि
आबू रोड, 3 अक्टूबर, निसं। जाति, पाति और धर्म के सरहद से एकता प्रभावित होती है। जबकि मनुष्य की हकीकत कुछ और है, हम सब एक ईश्वर की संतान है और रहेंगे। इसलिए मजहबी दिवारों से उपर उठना चाहिए। उक्त उदगार ब्रह्माकुमारीज संस्था की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी जानकी ने व्यक्त किये। वे ब्रह्माकुमारीज संस्थान के शांतिवन में ‘राजयोग द्वारा स्वस्थ एवं सुखी समाज’ विषय पर आयोजित वहुउद्देशीय अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम  के उदघाटन अवसर पर बोल रही थी। 
 
उन्होंने कहा कि हम एक स्वस्थ समाज अथवा भारत का निर्माण तभी कर पायेंगे जब स्वच्छता हमारी सोच में भी होगा। इससे मनुष्य जाति धर्म से उपर उठ जायेगा और सदभावन का माहौल बनेगा। यहॉं से जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति को जीवन में राजयोग के जरिये अध्यात्म को अपनाना होगा। 
 
राजस्थान के पशुपालन एवं देवस्थान राज्यमंत्री ओटाराम देवासी ने कहा कि स्वच्छ एवं स्वस्थ भारत के लिए सबकी भागीदारी जरूरी है। क्योंकि बिना सबके सहयोग के कोई भी कार्य नहीं किया जा सकता है। भौतिक, आर्थिक या राजनीतिक विकास सभी के लिए एकता और सदभावना की आवश्यकता है। आज सरकार नयी नयी योजनायें बना रही है परन्तु उसका सही इम्प्लीमेंटेशन ना होने से इसका लाभ आम जन को नहीं मिल पाता है। 
 
राष्ट्रीय स्वयं संघ के राष्ट्रीय नेता इंद्रेश कुमार ने कहा कि राजयोग भारत की प्राचीन पद्धति है इससे संस्कार और बेहतर संसार दोनो की रचना होती है। पृथ्वी, जल, वायु सब दूषित हो रहा है। संस्कृति भी दूषित हो रही है जो ज्यादा चिंताजनक है। हमारे देश में दुर्भावना और जाति पाति की कोई परम्परा नहीं है। सभी को सभी धर्मों, जातियों का सम्मान करना चाहिए। एक दूसरे पर दुर्भावना के वश बात नहीं करना चाहिए। पूर्व भारत के टेक्सटाईल केन्द्रीय डा के0 सम्बाशिव राव ने कहा कि यहॉं की व्यवस्था देखने के बाद पता चलता है कि जीवन में मूल्यों का कितना स्थान है। अन्नामलाई विश्वविद्यालय के कुलपति डा एस मेमन ने कहा कि मूल्यों पर आधारित शिक्षा अब विश्वविद्यालयों में भी चलायी जार ही है जो सराहनीय है।  
 
कार्यक्रम में संस्था के महासचिव बीके निर्वेर ने सभी का स्वागत करते हुए पूरे भारत में सकारात्मक माहौल बनाने की अपील की। कार्यक्रम के दौरान कार्यकारी सचिव बीके मृत्युंजय,  जयपुर की बीके सुषमा, बीके भरत समेत कई लोगों ने अपने अपने विचार व्यक्त किये। इससे पूर्व गुब्बारे उठाकर सम्मेलन का आगाज किया गया। 

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